जन सुराज पार्टी की करारी हार के लिई प्रशांत किशोर प्रायश्चित करेंगे
 प्रशांत किशोर ने सरकार पर वोट खरीदने का  किया आरोप, स्वच्छ मंत्रिमंडल की मांग
पटना,18 नवम्बर। जन सुराज के प्रमुख प्रशांत किशोर ने बिहार विधानसभा चुनाव में  करारी हार के लिए प्रायश्चित करेंगे   मंगलवार को आत्ममंथन करते हुए कहा कि 3.30 प्रतिशत वोट मिलना इस बात का संकेत है कि “कुछ न कुछ हमारी तरफ से कमियां जरूर रहीं”, लेकिन कई बातों पर उन्हें गर्व भी है कि उन्होंने “धर्म-जाति की राजनीति से दूर रहकर” चुनाव लड़ा।
किशोर ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, “हम लोग साढ़े तीन साल पहले व्यवस्था परिवर्तन के संकल्प के साथ निकले थे। जनता की अपेक्षाओं पर खरा न उतर पाने के लिए मैं माफी मांगता हूं। जिस सोच और सपनों के आधार पर लोग हमारे साथ जुड़े, उस अनुरूप व्यवस्था नहीं बना पाया। यह मेरी जिम्मेदारी है।”
उन्होंने घोषणा की कि वह दो दिन बाद गांधी आश्रम में 24 घंटे का उपवास रखेंगे। “यह प्रायश्चित का उपवास होगा। जन सुराज के सभी साथी जहां हों, समझें कि हमारी कोशिशें पर्याप्त नहीं रहीं, तो वे भी सामूहिक उपवास कर सकते हैं।”
सरकार पर 10,000 रुपए देकर वोट खरीदने का आरोप
किशोर ने दावा किया कि इस चुनाव में बिहार की राजनीति “स्वतंत्र भारत के इतिहास में पहली बार” ऐसे मोड़ पर पहुंची, जहां “करीब 40,000 करोड़ रुपए की योजनाएं चुनाव के दौरान जनता तक पहुंचाई गईं।”
उन्होंने आरोप लगाया, “साफ दिखता है कि लगभग 29,000 करोड़ रुपए बांटे गए। जीविका समूहों की महिलाएं हों, आशा-आंगनबाड़ी से जुड़ी महिलाएं हों या प्रवासी मजदूर—सबको चुनाव के वक्त सीधे पैसे दिए गए। यह सरकारी योजना कम और वोट खरीदने का तरीका ज्यादा लगता है।”
उन्होंने कहा कि सरकार ने प्रत्येक लाभार्थी को यह बताया कि “10,000 रुपए पहली किस्त है और अगले छह महीनों में स्वरोजगार के लिए 2 लाख रुपए सहायता दी जाएगी।”
प्रशांत किशोर ने मांग की, “अब जबकि सरकार बन गई है, तो इसे लागू करना चाहिए। डेढ़ करोड़ परिवारों में एक भी परिवार ऐसा नहीं होना चाहिए जिसे वादा किए गए दो लाख रुपये न मिलें। अगर यह नहीं हुआ तो साबित होगा कि पैसे सिर्फ वोट खरीदने के लिए दिए गए थे।”
उन्होंने लोगों से कहा कि छह महीने बाद भी यदि उन्हें पैसे नहीं मिलते हैं तो वे जन सुराज से संपर्क करें। “हम आपकी आवाज बनकर ब्लॉक, पंचायत, जिला और सरकारी कार्यालयों में यह लड़ाई लड़ेंगे।”
स्वच्छ और बेदाग मंत्रिमंडल बनाने की अपील करते हुए 
किशोर ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कहा है कि बिहार को स्थिर और मजबूत सरकार चाहिए। मेरी अपेक्षा है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेतृत्व और नीतीश कुमार मिलकर एक ऐसा मंत्रिमंडल बनाएं जिसमें कोई दागी या भ्रष्टाचार के आरोपी शामिल न हों।”
उन्होंने कहा कि पलायन, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार पर लगाम लगाना सरकार की शीर्ष प्राथमिकता होनी चाहिए। “जनता मालिक है, उसने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को मौका दिया है। अब जिम्मेदारी उनकी है कि बिहार आगे बढ़े।”
राजनीति छोड़ने की अटकलों को किया खारिज
किशोर ने कहा कि कुछ लोग यह प्रचार कर रहे हैं कि वह राजनीति छोड़ देंगे।
उन्होंने साफ कहा, “पीछे हटने का कोई सवाल नहीं है। जब तक बिहार को सुधारने का अपना संकल्प पूरा नहीं कर लेते, हम लड़ाई जारी रखेंगे। हार से हम पीछे नहीं हटने वाले। हार तभी है जब आप छोड़ देते हैं।”
किशोर ने यह भी कहा कि वह अदालत और जनता, दोनों मंचों पर “गलत काम करने वाले मंत्रियों” के खिलाफ लड़ाई जारी रखेंगे।
उन्होंने अपना संपर्क नंबर 91 216 91 216 जारी करते हुए कहा कि जिन लाभार्थियों को वादा किए गए पैसे नहीं मिलते, वे जन सुराज से जुड़ें, उनकी लड़ाई जनसुराज लड़ेगी। किशोर ने कहा “अब सलाह का समय खत्म, संघर्ष का समय शुरू है,।”

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