2024-25 में बिहार की विकास दर 8.64% है, जो कई राज्यों से अधिक है: श्री सम्राट चौधरी
*2024-25 में बिहार की विकास दर 8.64% है, जो कई राज्यों से अधिक है: श्री सम्राट चौधरी* 

*राज्य की अर्थव्यवस्था एक वर्ष में 4.89 लाख करोड़ से बढ़कर 5.31 लाख करोड़ रुपये हो गई है और जीडीपी जल्द ही 10 लाख करोड़ रुपये का आंकड़ा पार करने जा रही है: श्री सम्राट चौधरी* 

*निर्माण और मैन्युफैक्चरिंग में 11%, सेवा क्षेत्र में 8.9%, परिवहन व संचार में 13% वृद्धि हुई है: श्री सम्राट चौधरी*

*‘बिहार औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन पैकेज 2025’ एवं ‘मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना’ जैसी योजनाएं, आत्मनिर्भर बिहार के सफ़र में एक सशक्त कदम है: श्री सम्राट चौधरी*

*विपक्ष झूठ और भ्रम फैलाकर जनता का हौसला तोड़ना चाहते हैं, लेकिन बिहार आज आत्मविश्वास से भरा हुआ है: श्री सम्राट चौधरी*

पटना, 9 सितंबर। बिहार के उपमुख्यमंत्री एवं वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि बीते 20 वर्षों में बिहार ने जो ऐतिहासिक छलांग लगाई है, वह केवल सरकार की नहीं, बल्कि हर बिहारवासी की मेहनत और विश्वास का परिणाम है। उन्होंने कहा कि 2024-25 में बिहार की विकास दर 8.64% है, जो कई राज्यों से अधिक है। राज्य की अर्थव्यवस्था एक वर्ष में 4.89 लाख करोड़ से बढ़कर 5.31 लाख करोड़ रुपये हो गई है और जीडीपी जल्द ही 10 लाख करोड़ रुपये का आंकड़ा पार करने जा रही है। लेकिन यह सिर्फ़ आँकड़ों तक सीमित नहीं है - आज यह बिहार की माताएं, बहनें, किसान, व्यापारी, उद्यमी, युवा महसूस कर रहे हैं, जिन्होंने बिहार को नई उड़ान दी है।

उन्होंने कहा कि बिहार अब केवल कृषि आधारित राज्य नहीं रहा। निर्माण और मैन्युफैक्चरिंग में 11%, सेवा क्षेत्र में 8.9% तथा परिवहन व संचार में 13% वृद्धि हुई है। वित्तीय अनुशासन का ज़िक्र करते हुए उन्होंने कहा कि जहाँ पहले राजकोषीय घाटा 6.2% था, आज घटकर 2.9% रह गया है। निवेश के अवसरों पर बोलते हुए उन्होंने बताया कि हाल के सम्मेलनों से ₹2.3 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। आईटी और एथनॉल नीति के अंतर्गत नए उद्योगों से हजारों युवाओं को रोजगार मिल रहा है। उपमुख्यमंत्री ने बिहार की प्रत्येक बेटी, किसान, उद्यमी और नागरिक को इस उपलब्धि की बधाई दी। 

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि ‘बिहार औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन पैकेज 2025’ के तहत, यदि कोई उद्योग ₹100 करोड़ से अधिक निवेश करता है और 1,000 से अधिक सीधे रोजगार सृजित करता है, तो उसे 10 एकड़ जमीन मुफ्त दी जाएगी। साथ ही नई ‘मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना’ के तहत प्रत्येक परिवार की एक महिला को रोज़गार शुरू करने हेतु प्रारंभिक सहायता के रूप में ₹10,000 दिए जाएंगे, और छह माह बाद व्यवसाय की प्रगति को देखते हुए ₹2 लाख तक अतिरिक्त सहायता मिलने की व्यवस्था सुनिश्चित की गयी है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि यह दोनों महज योजनाएं नहीं, बल्कि आत्मनिर्भर बिहार के सफ़र में एक सशक्त कदम है।

उन्होंने बिहारवासियों से सरकार के विज़न पर विश्वास जताने के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि जब जनता और सरकार साथ खड़ी हो, तो राज्य के हिस्से में इस तरह की उपलब्धियां आती रहती हैं। उन्होंने कहा कि आज बिहार कृषि, उद्योग और सेवा सभी क्षेत्रों में नई पहचान बना रहा है। कृषि क्षेत्र में बिहार की सफलता का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि मक्का, मखाना, लीची, भिंडी और मशरूम उत्पादन में बिहार नंबर एक है। शाही लीची, भागलपुरी सिल्क और मिथिला मखाना सहित 16 उत्पादों को जीआई टैग मिला है, जिससे किसानों की आय में वृद्धि हो रही है और बिहार की पहचान वैश्विक स्तर पर स्थापित हुई है। इस सफलता के लिए उन्होंने बिहार के किसानों को विशेष रूप से बधाई दी। 

उन्होंने कहा कि नबीनगर और बक्सर के पावर प्रोजेक्ट हों, एयरपोर्ट का विस्तार हो या निवेशक सम्मेलन, हर पहल बिहार के उज्ज्वल भविष्य की गवाही दे रही है। पर्यटन का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि कभी जहाँ महज़ 69 लाख लोग बिहार आते थे, आज करोड़ों पर्यटक यहाँ आ रहे हैं। यह सिर्फ़ आंकड़ा नहीं, बल्कि बिहार की नई साख और नई छवि की कहानी है। 
विपक्ष पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि कुछ लोग झूठ और भ्रम फैलाकर जनता का हौसला तोड़ना चाहते हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि बिहार आज आत्मविश्वास से भरा हुआ है। हमारी बेटियाँ सम्मान के साथ आगे बढ़ रही हैं, नौजवानों को अवसर मिल रहे हैं और हर परिवार बेहतर भविष्य की ओर बढ़ रहा है।

अंत में उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी के नेतृत्व में बिहार ने विकास की मजबूत नींव रखी है और सरकार का संकल्प है कि 2047 तक बिहार को आत्मनिर्भर और समृद्ध बनाया जाएगा।

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