बिहार में NDA के लिए

पटना,14 नवम्बर। बिहार की राजनीति में राजद के "MY"(मुस्लिम + यादव) सामाजिक समीकरण के जबाब में NDA के लिए "MY" (महिला-युवा)फैक्टर बना बूस्टर डोज बन गया हो।
18वीं विधानसभा के चुनाव में NDA की जीत की सुनामी आई। एनडीऐ को सबसे बडा जनादेश मिला है।
18वीं बिहार विधानसभा का दो चरणों में चुनाव के बाद आज वोटों की गिनती पूरी होने के साथ चुनाव आयोग ने आज चुने गए सभी 243 विधायकों की लिस्ट जारी कर दी है। भाजपा 89 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बन गई है। वर्ष 2020 में 43 सीट जीतनेवाला जदयू दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बन गई है। जदयू ने 85 सीटों पर जीत हासिल की है। महागठबंधन को ही बहुमत मिलने का दावा और 18 सितम्बर को सीएम पद की शपथ लेने का ऐलान कर रहे तेजस्वी यादव की राजद को सिर्फ 25 सीटों पर जीत मिली है। 
लोजपा (राम विलास) पार्टी की 28 सीटों की दावेदारी में 19 सीटों पर जीत हासिल हुई है। इससे नयी सरकार में भागीदारी के साथ डिप्टी सीएम के साथ तीन मंत्री पद भी मिल सकते हैं।
जीतन राम मांझी की पार्टी हम ने पांच और उपेंद्र कुशवाहा की रालोमो ने चार सीटों पर जीत दर्ज की है। रालोमो के हिस्से में सासाराम से चुनीं कुशवाहा की पत्नी को भी मंत्री बनाये जाने के आसार हैं। एनडीए के हिस्से में 202 सीटें आई है। 

दूसरी तरफ महागठबंधन का प्रदर्शन निराशाजनक रहा है। 17वीं विधानसभा में एलाएंस की 110 सीटों में 85 सीटें एनडीए ने छिन ली। महागठबंधन सिर्फ 35 सीटों पर सिमट गया है। राजद 25, वहीं कांग्रेस सिर्फ 06 सीटों पर सिमट गई है। वामदल को दो और आईआईपी को एक सीट मिली है। बसपा इस बार के चुनाव में एक सीट जीत कर खाता खोल ली है।
वहीं ओवैसी का जादू सीमांचल में एक बार फिर चला है। चुनाव में एआईएमआईएम को पांच सीटों पर जीत मिली है। 

पटना जिला की 14 सीटों में 11 सीटों पर जीत दर्ज कर एतिहास रच दिया।पटना जिले की 14 सीटों में जदयू के अनंत सिंह- मोकामा, बीजेपी के डा सिया राम सिंह बीजेपी-बाढ़, लोजपा आर के अरुण साह -बख्तियारपुर, बीजेपी के संजीव चौरसिया-दीघा, बीजेपी के नीतीन नवीन-बांकीपुर, बीजेपी के संजय गुप्ता कुम्हरार, बीजेपी के रत्नेश कुशवाहा-पटना साहिब, राजद के सीटिंग विथायक रामानंद यादव -फतुहा, बीजेपी के रामकृपाल यादव -दानापुर, राजद के सीटिंग विधायक भाई वीरेन्द्र मनेर,जदयू के श्याम रजक- फुलवारी, जदयू के अरुण मांझी- मसौढ़ी, माले के सीटिंग विधायक संदीप सौरभ- पालीगंज और बीजेपी के सिद्धार्थ सौरव-बिक्रम शामिल हैं। 
29 मंत्रियों की सीट में सिर्फ एक सीट चकाई से सुमित कुमार सिंह को हार का सामना करना पडा है।

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