जहानाबाद के दो पूर्व सासंदों के बेटों के बीच घोषी में होगा राजनीतिक संग्राम

पटना,12 अक्टूबर। प्रदेश के मगध क्षेत्र की राजनीति में पिछले 24 घंटे में बडा राजनीतिक ऊलटफेर देखने को मिला है। अपने स्वजाति भूमिहार में अच्छी पकड रखने वाले पूर्व सांसद जगदीश शर्मा राजद का लालटेन की लौ बढाने और पूर्व सासंद अरुण कुमार ने जदयू के तीर की धार तेज करने का कदम उठाया है।दोनों के बेटे के बीच घोषी में राजनीतिक संग्राम होने के आसार हैं।
जगदीश शर्मा ने बेटे और पूर्व विधायक राहुल शर्मा शनिवार को जेडीयू छोड़कर आरजेडी में शामिल हुए हैं। शनिवार को अरुण कुमार अपने बेटे व सुप्रीट कोर्ट में वकील ऋतुराज के साध जदयू में शामिल हुए । जदयू के प्रदेश कार्यालय
य में आयोजित मिलन समारोह में रोचक बात रही कि केन्द्रीय मंत्री ललन सिंह की मौजूदगी में अरुण कुमार को जदयू का पट्टा और टोपी पहना के स्वागत किया गया ।इस मौके पर पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा,जहानाद के पूर्व सांद चंदेश्वर चंद्रवंशी,मंत्री विजय कुमार चौधरी,प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा सहित सैकडों की संख्या में जुटे अरुण कुमार के समर्थक मौजूद थे।
माना जा रहा है कि जदयू अध्यक्श एव॔ सीएम नीतीश कुमार ने जगदीश शर्मा के पार्टी छोडने से मगध क्शेत्र में भूमिहार समाज पर प्रभाव का संतुलन बनाये रखने के लिए अरुण को साथ किया है।
जार्ज फर्नांडिंस के कार्यकाल में नीतीश कुमार से सबंध कायम रखने की अरुण कुमार मजबूत कडी थे। समता पार्टी में ललन सिंह का ज्यों ज्यों प्रभाव बढा अरुण कुमार किनारे होते गये। लोकसभा के पिछले चुनाव में जहानाबाद में अरुण कुमार ने बसपा के हाथी की सवारी करने से जदयू से सीट छिन कर राजद के सुरेन्द्र यादव ने बाजी मार ली। तब नीतीश कुमार ने जगदोश शर्मा के बेटे को प्रत्याशी बनाने की सलाह ठुकरा दी।जाति का स्वाभिमान जगा जदयू को हराने प्रयास सफल हो गया।
पिछले माह अरुण कुमार के जदयू में शामिल होने का तय कार्यक्रम ललन सिंह के हस्तक्षेप पर स्थगित हो गया था।  

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