कर्ज के बोझ तले परिवार के पांच सदस्यों ने खाया जहरीला पदार्थ, तीन की हुई मौत, भाई-बहन की स्थिति
संजय सिंह की रिपोर्ट 
बाँका; 16 नवम्बर 
बाँका जिले के अमरपुर थाना क्षेत्र के बल्लिकित्ता पंचायत के बलुआ गांव में शुक्रवार की देर रात करीब दो बजे कर्ज के बोझ से दबे परिवार के पांच सदस्यों ने जहरीला पदार्थ खा लिया। इनमें से तीन यानि पति-पत्नी एवं एक पुत्र की मौत हो गई जबकि भाई-बहन गंभीर स्थिति में जिंदगी एवं मौत की लड़ाई लड़ रहे हैं। ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार, बलुआ गांव के कन्हाय महतो (40) ने कई फाइनेंस कंपनियों से कर्ज लिया था जिसका प्रत्येक सप्ताह किस्त जमा करना पड़ता था। ग्रामीणों ने बताया कि उसने करीब बीस-पच्चीस लाख रुपए से ज्यादा कर्ज लिया था। सप्ताह के प्रत्येक दिन किसी ना किसी फाइनेंस कंपनी के कर्मी किस्त के लिए उसके घर पहुंचते थे। पहले तो उसने किस्त चुकाया लेकिन बाद में जब उसके पास पैसे की कमी हो गई तब उसने अपनी गाय बेच दी फिर अपना ई रिक्शा भी बेच दिया।  अभी वह अपनी ऑटो चलाता था। उसके परिजनों ने बताया कि शुक्रवार की रात करीब दो बजे उसने अपनी पत्नी गीता देवी (35), पुत्री सविता कुमारी (16), पुत्र आलोक उर्फ धीरज कुमार (12) एवं राकेश कुमार (8) को जगाया तथा सभी को एक साथ घर में रखे फसल में डालने वाली दवा खिला दी। हालांकि छोटे पुत्र राकेश ने कहा कि उसने भी जहरीला पदार्थ मुंह में रखा लेकिन उसे तुरंत फेंक दिया। फिर उसने अपने बड़े चाचा श्याम महतो एवं बूढ़ी दादी को इस घटना की जानकारी दी। जहर खाने की सूचना मिलने पर उनके परिजन तुरंत वहां पहुंचे तथा सभी को इलाज के लिए रेफरल अस्पताल लाया जहां डॉ ज्योति भारती ने सभी का प्राथमिक उपचार किया तथा उनकी स्थिति गंभीर देख उन्हें बेहतर इलाज के लिए भागलपुर के मायागंज अस्पताल रेफर कर दिया। भागलपुर जाने के क्रम में रास्ते में ही कन्हाय महतो की मौत हो गई। जबकि मायागंज अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी पत्नी गीता देवी तथा पुत्र आलोक उर्फ धीरज कुमार की भी मौत हो गई। परिजनों ने बताया कि पुत्री सविता को डॉक्टर ने आईसीयू में भर्ती किया है एवं राकेश कुमार का इलाज चल रहा है। इधर घटना की जानकारी मिलते ही गांव में तरह-तरह की चर्चा होने लगी। कई महिलाओं ने बताया कि उनके नाम से मृतक ने फाइनेंस कंपनी से लोन लिया था जिसकी जानकारी तक उन लोगों को नहीं थी। करीब एक सप्ताह पूर्व जब उसने किस्त जमा करने से इंकार कर दिया तब फाइनेंस कर्मी उन लोगों के घर आकर तकादा करने लगे। इसके बाद जानकारी मिली कि उन लोगों के नाम पर भी लोन लिया गया है। ऐसी महिलाएं अब चिंतित हैं कि उनके लोन की किस्त अब कौन जमा करेगा। इधर इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी संवेदनहीन बने रहे तथा किसी ने भी घटनास्थल पर जाने की जहमत नहीं उठाई। इस संबंध में थानाध्यक्ष पंकज कुमार झा ने कहा कि मृतक के भाई श्याम महतो ने बरारी थाना की पुलिस को फर्द बयान दिया है। फर्द बयान अमरपुर आने पर कार्रवाई की जाएगी।

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