संतो के दर्शन से मिलाता है सारे तीरथ का फल - मंहत ब्रजेश मुनि

सद्गुरु कबीर साईं मंदिर में पधारे कोल्हापुर, महाराष्ट्र से श्रद्धालु

पटना -स्थानीय कबीरपंथी आश्रम सदगुरु कबीर साईं मंदिर मीठापुर में मंहत ब्रजेश मुनि के सानिध्य में 
साप्ताहिक सत्संग का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सद्गुरु कबीर जगदीश धाम कोल्हापुर 
महाराष्ट्र से धार्मिक यात्रा पर निकले  हिंदूराव शिंदे,  जयसिंह मुगदम,  शिवाजी माने ,  शिवाजी उगले
सहित श्रद्धालु भक्तजनों ने कबीर साईं मंदिर  एवं आचार्य महंत ब्रजेश मुनि से मुलाकात की।
इस अवसर पर महंत ब्रजेश मुनि  ने कहा कि 
तीर्थ गए एक फल संत मिल फल चार। सद्गुरू मिले अनेक फल कहै कबीर विचार।संत के दर्शन से
  परमात्मा की याद आती है। यह ध्यान यज्ञ है। संत से ज्ञान चर्चा करने से ज्ञान यज्ञ का फल मिलता है। यह दूसरा फल है। तीसरा फल जब संत घर पर आएगा तो  सेवा का फल मिलेगा तथा चौथा फल यदि  इस प्रकार संत मिले फल चार। जब सतगुरू मिल गए तो सर्व मिल गए, मोक्ष भी मिल जाता है।
और संतो के दर्शन से  सारे तीरथ का फल मिल जाता है। 
इसी कड़ी में युवाचार्य संत  विवेक मुनि ने कहा कि संत मिलन को जाइए तज माय अभिमान, ज्यों-ज्यों पग आगे बढ़े कोटि यज्ञ समान।
संतों के दर्शन से पहले अभिमान त्याग देना चाहिए. संतों के दर्शन के लिए चलने वाले व्यक्ति के हर कदम का फल यज्ञ के समान होता है.
इस अवसर पर महाराष्ट्र से पधारे भक्तों ने गुरु पूजन किया और कोल्हापुर से पधारे हिंदूराव शिंदे  ने कहा कि विश्व का यह पहला मंदिर है जहां पर सदगुरु कबीर और साईं बाबा एक स्थान पर प्रतिष्ठित है । हम इस मंदिर का दर्शन करके धन्य हो गए।
इस दौरान मंहत किशोरी दास , मंहत डी भास्कर, मंहत परमानंद शास्त्री की उपस्थित थे।  इस अवसर पर सद्गुरु कबीर साई मंदिर  के महिला मंडल की प्रधान रुबी देवी ,उषा देवी, रिंकु देवी, चंदनेश्वर ,कमलेश आदि ने कबीर और साईं के भजन गाकर वातावरण को भक्ति मय बनाए।

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