बिहार में चार सीटों पर 13 नवम्बर उपचुनाव
पटना,15 अक्टूबर। बिहार की चार विधानसभा सीटों पर 13 नवंबर को उपचुनाव होगा। 23 को नतीजे का ऐलान होगा।
चुनाव आयोग ने आज बिहार की चार विधानसभा सीटें सहित 13 राज्यों की 47 विधानसभा सीटों के भी उपचुनाव की तारीख का ऐलान किया है।
चारों विधानसभा से 2020 में चुने गए विधायक इस साल लोकसभा चुनाव में सांसद बन चुके हैं. जीतन राम मांझी गया से सांसद बने हैं, इसलिए उनकी इमामगंज सीट खाली हुई है. सुरेंद्र यादव जहानाबाद से सांसद बने हैं, इसलिए बेलागंज विधानसभा सीट खाली हुई है. बक्सर से सुधाकर सिंह राजद के टिकट पर सांसद बने हैं, ऐसे में रामगढ़ की सीट खाली हुई है. वहीं माले के सुदामा प्रसाद आरा से सांसद बने हैं, इसलिए उनकी तरारी सीट खाली हुई है. चारों सीटों पर उपचुनाव की घोषणा कर दी गई है.
पार्टी और उम्मीदवार इसी तारीख की घोषणा का इंतजार कर रहे थे। जनसुराज पार्टी सबसे पहले बुथवार को चार सीटों के लिए अपने उम्मीदवार की घोषणा करेगी।
रामगढ़ विधानसभा सीट पर राजद की ओर से प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के छोटे बेटे अजीत सिंह को मैदान में उतारने की तैयारी है. सुधाकर सिंह सांसद बने हैं।रामगढ़ विधानसभा सीट पर प्रशांत किशोर आनंद सिंह को मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं.
तरारी विधायक सुदामा प्रसाद आरा के सांसद बन चुके हैं. तरारी सीट भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी माले के खाते में है. भाकपा माले की ओर से राजू यादव को मैदान में उतारा जा रहा है. उधर पूर्व विधायक सुनील पांडे के पुत्र भाजपा के उम्मीदवार हो सकते हैं. प्रशांत किशोर तरारी विधानसभा सीट पर आईपीएस आनंद मिश्रा को उतारने की तैयारी कर चुके हैं
इमामगंज विधानसभा सीट केन्द्रीय मंत्री एवं पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के सांसद चुने जाने के बाद खाली हुई है. हम पार्टी की ओर से राष्ट्रीय अध्यक्ष और मंत्री संतोष सुमन की पत्नी दीपा मांझी चुनाव लड़ सकती हैं. वहीं राष्ट्रीय जनता दल की ओर से पूर्व विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी या फिर भगवतिया देवी की पुत्री क्षमता देवी को मैदान में उतरने की चर्चा है.प्रशांत किशोर भी म किसी गैर मांझी को चुनावी मैदान में तारने की तैयारी में हैं।
बेलागंज विधानसभा सीट सुरेंद्र यादव के सांसद चुने जाने के बाद खाली हुई है. बेलागंज राष्ट्रीय जनता दल का मजबूत किला माना जाता है. जदयू बेलागंज सीट पर उम्मीदवार उतारने की तैयारी में है. सुरेंद्र यादव अपने पुत्र बैद्यनाथ यादव को मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं, तो जदयू की ओर से कई नाम चर्चा में है.वहीं जनसुराज पार्टी किसी मुसलमान को टिकट दे सकती है।



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