पटना के गांधी मैदान में
राजधानी पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में रविवार (6 जुलाई) को "सनातन महाकुंभ" का भव्य आयोजन हुआ।  देशभर से साधु-संत, श्रद्धालु , धार्मिक और राजनेताओं का महाजुटान ऐतिहासिक रहा।
पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता अश्विनी चौबे इस आयोजन के सूत्रधार रहे। स्वामी राम भद्राचार्य ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।
 
सनातन महाकुंभ  कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने जिन्हें देखने सुनने के लिए भारी भीड़ जुटी।  मंच कै लिये बना विशाल पंडाल सहित चारों पंडाल खचाखच भरा धा।  
बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान , बिहार के दोनों  डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और  विजय कुमार सिन्हा,मंत्री प्रेम कुमार और नीतिन नवीन,सांसद रविशंकर प्रसाद, विधायक संजीव चौरसिया और यूपी के मंत्री दया शंकर सिंह  त्री भी मौजूद रहे।
सीएम नीतीश कुमार के भी कार्यक्रम में आने की घोषणा हुई। बाद मे कहा गया कि तबीयत ठीक नहीं होने के कारण सीएम नहीं आए।
 सनातन महाकुंभ राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद और जातिवादी राजनीति पर निशाना साधा गया। 
 बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री ने हिंदू राष्ट्र को लेकर फिर से अपनी आवाज उठा लोगों में जोश भरा। उन्होंने कहा कि अगर भारत हिंदू राष्ट्र बना तो पहला राज्य बिहार ही होगा। उन्होंने कहा कि बिहार के पागलों, एक बात गांठ बांध लो, हम सब हिंदू हैं इसलिए हम इस सनातन पर्व में हैं।
हिंदुओं को कटने मत देना

धीरेंद्र शास्त्री ने जातिवाद और क्षेत्रवाद पर निशाना साधते हुए कहा कि कहीं भाषा, कहीं जाति, कहीं क्षेत्रवाद की लड़ाई चल रही है। एक ही प्रार्थना है कि हिंदुओं को कटने मत देना. जात पात से हटकर राष्ट्रवाद के लिए जीना है।

"गजवा-ए-हिंद नहीं, भगवा-ए-हिंद सपना"
अपने भाषण में बाबा बागेश्वर ने कहा कि बहुत सी ताकतें गजवा-ए-हिंद बनाना चाहती हैं। हमारा एक ही सपना है भगवा-ए-हिंद होना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि हमें किसी मुसलमान या ईसाई से दिक्कत नहीं है, बल्कि उन हिंदुओं से है जो जाति के नाम पर लोगों को बांटते हैं।  तिरंगे का सम्मान करते हुए कहा, कुछ लोग तिरंगा में चांद चाहते हैं और हम चांद पर तिरंगा चाहते हैं।

बाबा ने यह भी घोषणा की कि वे भविष्य में गांधी मैदान में ही कथा का आयोजन करेंगे। साथ ही, उन्होंने कहा कि चुनाव के बाद वे बिहार में पदयात्रा भी करेंगे। वहीं राम भद्राचार्य ने कहा कि चुनाव बाद इसी मैदान में नौ दिनों की कथा करेंगे। 
श्रीराम कर्मभूमि के बैनर तले आयोजित कार्यक्रम का मंच संचालन पत्रकार कृष्ण कांत ओझा ने किपा।

बिहार के रहने वाले आसनसोलवासी शशिभूषण पाण्डेय और लखनऊवासी अमरनाथ मिश्र ने कार्यक्रम के शानदार आयोजन के लिए अश्विनी
चौबे की सराहना की। शशिभूषण पाण्डेय  मंचासीन संत महात्माओं की चरण वंदना कर आत्ममुग्ध दिखे। 
रामभद्राचार्य ने मां जानकी सीता की अवतरण भूमि सीतामढी के पुनौराधाम में  अयोध्या की तरह भव्य मंदिर निर्माण और बिहार में मां सीता को राज्यदेवी घोषित कराने का संकल्प दोहराया।

कड़ी सुरक्षा में हजारों श्रद्धालु रहे मौजूद 

गांधी मैदान में आयोजित इस महाकुंभ में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। पूरे आयोजन में शंखनाद, भजन-संध्या, वैदिक मंत्रोच्चार, संत समागम और हवन-पूजन जैसे धार्मिक कार्यक्रम हुए। देशभर से हजारों श्रद्धालु पहुंचे और आयोजनों में भाग लिया।
 साधु संतों ने अश्विनी कुमार चौबे को भगवान परशुराम का शस्त्र फरसा प्रतीकस्वरूप प्रदान कर सनातन का ध्वज को उठूंगी पर लाने का आशीर्वाद दिया।
 श्रद्धालुओं ने धीरेंद्र शास्त्री के बयान का समर्थन किया. उन्होंने कहा कि देश को हिंदू राष्ट्र बनना चाहिए और बिहार इसकी शुरुआत करेगा. श्रद्धालुओं  ने कहा कि यह कार्यक्रम सनातन की ताकत है, इसे चुनाव से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए.

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