बीपीएससी का  पटना के बापू परीक्षा केंद्र में 13 दिसम्बर को आयोजित 70वीं प्रारंभिक परीक्षा को रद्द करने का फैसला
पटना,16 दिसम्बर।
बिहार लोक सेवा आयोग ने पटना के बापू परीक्षा केंद्र में 13 दिसम्बर को आयोजित 70वीं प्रारंभिक परीक्षा को रद्द करने का फैसला लिया है। आयोग के अध्यक्ष परमार रवि मनुभाई परमार ने इस बात की जानकारी प्रेस वार्ता कर दी। उन्होंने बताया कि यह फैसला यहां हुए हंगामे के कारण कई अभ्यर्थियों के परीक्षा से वंचित रहने के कारण लिया गया है। आयोग ने हंगामा को कुछ शरारती तत्वों की करतूत बता पहले कहा था कि वह परीक्षा को रद्द नहीं करेगा।

 बिहार के 912 केंद्रों पर 3.25 लाख अभ्यर्थियों ने 13 दिसंबर को परीक्षा दी थी। जिसमें 911 केन्दों पर शांतिपूर्ण तरीके से परीक्षा संपन्न हुई थी।सिर्फ पटना कै बापू परीक्षा केंद्र में अभ्यर्थियों का आरोप था कि पेपर लीक हुआ और समय से पेपर सेंटर में नहीं बंटा है। जिसके बाद जमकर हंगामा हुआ। न सिर्फ केंद्र की संपत्ति को नुकसान पहुंचा, बल्कि हजारों अभ्यर्थी प्रश्व पत्र और ओएमआर शीट लेकर बाहर निकल गए थे। हजारों अभ्यर्थी ऐसे थे,जो इस हंगामें में शामिल नहीं होने के बावजूद परीक्षा से वंचित रह गए। इन परीक्षार्थियों की मांग थी कि फिर से परीक्षा आयोजित की जाए। आयोग ने जानकारी दी थी 12 हजार परीक्षार्थियों के लिए बने इस केंद्र में साढे पां हजार परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी है। मामले की तत्काल जांच की गई। जिसके आधार पर बीपीएससी के अध्यक्ष परमार रवि मनुभाई ने कहा कि अब अभ्यर्थियों का ख्याल करते हुए बापू परीक्षा केंद्र की परीक्षा को फिर से कराने का फैसला लिया है। परीक्षा की तिथि जल्द घोषित की जाएगी। हालांकि यह फैसला दूसरे केन्द्रों के लिए मान्य नहीं होगा।
कोचिंग ईओयू के रडार पर
बीपीएससी पेपर लीक मामले में पटना के 3 कोचिंग संस्थान रडार पर हैं। पेपर लीक में संलिप्तता के कई साक्ष्य मिले हैं। ईओयू बहुत जल्द इन पर वारंट की कार्रवाई करेगी। आर्थिक अपराध इकाई के डीआईजी मानवजीत सिंह ढिल्लों ने पुलिस मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि पेपर लीक में नालंदा के कई लोग शामिल हैं। आरोपियों का प्रोफाइल तैयार किया जा रहा है। इन लोगों के सहयोगी कौन हैं, उनका फैमिली ट्री क्या है। ये लोग किस-किस मामले में शामिल रहे हैं। सभी की प्रोफाइलिंग की जा रही है।

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