वन नेशन वन इलेक्शन बिल जेपीसी के हवाले लोकसभा में बिल पर वोटिंग पक्ष में पड़े 220
 नई दिल्ली,17 दिसम्बर। 
लोकसभा में ONOE बिल पर फिर से वोटिंग

वन नेशन वन इलेक्शन (ONOE) बिल को लेकर फिर से वोटिंग कराई जा रही है. जो सांसद अपना वोट बदलना चाहते हैं उन्हें ही पर्ची दी जाएगी. पर्ची से वो वोटिंग कर सकेंगे.वन नेशन वन इलेक्शन (ONOE) बिल को स्वीकार करने के लिए वोटिंग कराई गई. पहली बार EVM के जरिए वोट डाले गए. पक्ष में 220 वोट पड़े, जबकि बिल के विरोध में 149 वोट पड़े.रामनाथ कोविंद कमेटी की सिफारिश क्या है?
इस बिल पर रामनाथ कोविंद कमेटी की सिफारिश क्या है ये जान लीजिए. सभी विधानसभाओं का कार्यकाल 2029 तक बढ़ाया जाए. हंग असेंबली, नो कॉन्फिडेंस मोशन होने पर चुनाव दोबारा हों. पहले फेज में लोकसभा-विधानसभा चुनाव एक साथ कराएं. दूसरे फेज में 100 दिनों के अंदर में लोकल बॉडी इलेक्शन कराए जाएं. चुनाव आयोग चुनाव के लिए सिंगल वोटर लिस्ट तैयार करें.वन नेशन, वन इलेक्शन’ विधेयक को लेकर राजनीतिक विवाद तेज हो गया है। कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने इस विधेयक को लोकसभा में प्रस्तुत किया, जिसके बाद सदन में तीव्र बहस आरंभ हो गई। कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी), समाजवादी पार्टी (सपा) सहित कई विपक्षी दलों ने इस विधेयक का विरोध किया है। वहीं, भाजपा के सहयोगी जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) समेत कुछ अन्य दलों ने इसका समर्थन किया है।

गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्ष पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि "कांग्रेस को बहस का अर्थ केवल विरोध करना ही समझ में आता है। यदि कोई मुद्दा देश के हित में है, तो उसका समर्थन क्यों नहीं किया जा सकता?"‘एक देश, एक चुनाव’ विधेयक को अपना दल, अकाली दल, जनता दल यूनाइटेड और चंद्रबाबू नायडू की तेलुगू देशम पार्टी (TDP) ने समर्थन दिया है। वहीं, कांग्रेस, सपा, टीएमसी और अन्य विपक्षी दल इसके खिलाफ एकजुट होकर खड़े हुए हैं।

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