चुनाव से पहले भाजपा पर प्रशांत किशोर का तीखा हमला — बोले, अमित शाह ने जन सुराज उम्मीदवार को रोका
पटना, 21 अक्टूबर ।
जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने मंगलवार को यहां केंद्र सरकार के दो वरिष्ठ मंत्रियों — गृह मंत्री अमित शाह और शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान — पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं ने जन सुराज के उम्मीदवारों को धमकाकर और दबाव डालकर नामांकन वापस करवाया, जिससे साफ है कि भाजपा को अब “जन सुराज के उभार से डर लगने लगा है।”
PK ने दावा किया कि भाजपा नेताओं ने जन सुराज के तीन उम्मीदवारों — दानापुर के अखिलेश साह, ब्रह्मपुर के डॉ. सत्य प्रकाश तिवारी और गोपालगंज के डॉ. शशि शेखर सिन्हा — को धमकाकर या बहलाकर चुनाव से हटाया है।
दानापुर में अमित शाह से मुलाकात का आरोप
प्रशांत किशोर ने कहा कि दानापुर सीट से जन सुराज के उम्मीदवार अखिलेश कुमार उर्फ "मुटूर शाह" को गृह मंत्री अमित शाह ने “दिनभर अपने पास बैठाकर रखा” ताकि वे नामांकन न कर सकें।
उन्होंने आरोप लगाया, “एक साधारण व्यवसायी को देश का गृह मंत्री बुलाकर अपने पास बैठा ले रहा है — यह लोकतंत्र के लिए शर्मनाक है। चुनाव आयोग को इसका संज्ञान लेना चाहिए।”
PK ने कहा कि भाजपा यह दिखाने की कोशिश कर रही है कि “भले कोई भी जीते, सरकार वही बनाएगी”, लेकिन अब उसे जन सुराज के जनाधार से डर लगने लगा है।
ब्रह्मपुर में धर्मेंद्र प्रधान पर दबाव का आरोप
प्रशांत किशोर ने केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान पर भी निशाना साधा। उन्होंने बक्सर जिले के ब्रह्मपुर से जन सुराज प्रत्याशी डॉ. सत्य प्रकाश तिवारी की तस्वीर धर्मेंद्र प्रधान के साथ जारी करते हुए कहा कि उनके ऊपर नामांकन वापस लेने का दबाव बनाया गया।
PK ने कहा, “यह पहला मौका है जब किसी प्रत्याशी के घर जाकर केंद्रीय मंत्री मिल रहे हैं। यह दबाव की राजनीति है।”
गोपालगंज से जन सुराज प्रत्याशी डॉ. शशि शेखर सिन्हा के मामले में भी प्रशांत किशोर ने भाजपा नेताओं पर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि स्थानीय भाजपा नेता और एक एमएलसी ने उन पर दबाव डालकर नामांकन वापस कराया।
PK ने बताया कि, “उन्होंने खुद फोन पर कहा था कि मुझ पर दबाव है, पर मैं साथ हूं। दो घंटे बाद नामांकन वापस ले लिया और फोन बंद कर दिया।”
चुनाव आयोग से सवाल — “उम्मीदवार सुरक्षित नहीं, तो वोटर कैसे सुरक्षित?”
PK ने सवाल उठाया, “अगर चुनाव आयोग उम्मीदवारों की सुरक्षा नहीं कर सकता, तो वोटरों की सुरक्षा कैसे करेगा? जब उम्मीदवारों को धमकाया जा सकता है, तो वोटरों को डराने से कौन रोकेगा?”
उन्होंने कहा कि अब तक 14 उम्मीदवारों को डराया-धमकाया गया है, जिनमें से 3 ने नामांकन वापस लिया है, जबकि 240 उम्मीदवार अब भी मजबूती से मैदान में हैं।
उन्होंने कुम्हरार और वाल्मीकिनगर सीटों के प्रत्याशियों पर भी दबाव डालने के आरोप लगाए।
“भाजपा बाहुबलियों से नहीं, अच्छे लोगों से डरती है।”
PK ने कहा कि भाजपा को बाहुबली उम्मीदवारों से नहीं बल्कि “अच्छे, ईमानदार और शिक्षित उम्मीदवारों” से डर लग रहा है।
उन्होंने कहा, “भाजपा को महागठबंधन से डर नहीं है, बल्कि डॉक्टरों, शिक्षकों और व्यवसायियों से डर है जिन्हें जन सुराज ने टिकट दिया है। अब उन्हें समझ में आ गया है कि बिहार बदलने के मूड में है।”
जन सुराज के टिकट वितरण पर बोले PK
टिकट वितरण को लेकर प्रशांत किशोर ने बताया कि जन सुराज ने इस बार 54 अतिपिछड़ा समाज के लोगों को उम्मीदवार बनाया है, जो किसी भी पार्टी द्वारा अब तक दी गई सबसे बड़ी हिस्सेदारी है।
इसके अलावा, पार्टी ने 34 मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट दिया है, और जहां पहले से मुस्लिम विधायक हैं, वहां नए मुस्लिम उम्मीदवार नहीं उतारे गए हैं।
इस दौरान प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारती, वरिष्ठ नेता सुभाष सिंह कुशवाहा, सरवर अली, प्रदेश मीडिया प्रभारी ओबैदुर रहमान, पार्टी प्रवक्ता कैप्टेन राजीव रंजन और सदफ इक़बाल भी मौजूद रहे।

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