बिहार के चुनावी जंग में जाति-धर्म की बिछी बिसात

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने रविवार को मुजफ्फरपुर में रैली को संबोधित किया.

अरुण कुमार पाण्डेय 


40 लोकसभा सीट वाले बिहार में लोकसभा के पिछले चुनाव ने भाजपा-जदयू-लोजपा गठबंधन ने 39 सीटे जीती थी। एक सीट किशनगंज में जदयू से मुकाबले में कांगेस जीती थी।राजद का खाता नहीं खुला था।
इस बार के चुनाव से पहले नीतीश कुमार के अलग होने के बाद भाजपा सभी 40 सीटों पर जीतने का सपना संजोयी है।वहीं नीतीश कुमार को सीएम रहते विधानसभा चुनाव मेःझटका लगने के बाद जीती हुई लोकसभा की 16 सीटें बचाने के लिए संजीवनी की तलाश है। जातीय सर्वे रिपोर्ट के सहारे 27% पिछडे और 36% अति पिछडों को गोलबंद कर भाजपा को कडी शिकस्त देने का मंसूबा है।वहीं लालू को सता की धमक के साथ यादव-मुस्लिम वोट बैंक के बूते शून्य से शिखर पर पहुंचने की चाहत है।आसन्न चुनाव भाजपा मुस्लिम तुष्टिकरण का विरोध के बहाने 18% मुस्लिम बनाम 82% हिन्दू कार्ड खेलने की तैयारी है। अंतत:चुनावी जंग में जाति और धर्म का ही रंग देखने को मिलेगा।
2 अक्टूबर को बिहार में किस जाति की कितनी आबादी की रिपोर्ट आने के बाद अमित शाह ने पहली बार बिहार में रैली को संबोधित कर अति पिछडा कार्ड के सहारे लालू-नीतीश को घेरने का साफ संदेश दिया है।उन्होंने जातीय सर्वे का भाजपा का भी समर्थन की बात कह लालू-नीतीश को घेरने के साथ आगे नीतीश से फिर दोस्ती नही होने का भी संदेश दिया है। 
मुजफ्फरपुर और इसके आसपास के जिलों में भूमिहार-राजपूत के अलावा ईबीसी वोटरों की संख्या काफी है. इससे पहले अमित शाह पूर्णिया,किशनगंज,छपरा,लखीसराय, नवादा ,झंझारपुर ,सुपौल का दौरा कर चुके हैं. उनक यह छठा राजनीतिक दौरा रहा.
पताही हवाई अड्डा मैदान में जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने सीएम नीतीश कुमार को छह बार पलटूराम कह जमकर हमला बोला। बिहार के जातीय सर्वेक्षण को छलावा कहा। लालू -नीतीश पर मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति करने के साथ 36 % आबादी वाले अति पिछडा समाज से सीएम बनाने के लिए ललकारा। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि  जिसकी जितनी आबादी उतना मिले उसे हक की मांग करने वाले पहले सीएम बनायें।
अमित शाह ने कहा-छठी मइया से प्राथना करता हूं कि आने वाले समय में बिहार जंगलराज से मुक्त हो. 

 मुजफ्फरपुर में अमित शाह ने किसान रैली को संबोधित करते हुए कहा कि न केवल 2024 के लोकसभा चुनाव में बिहार में एनडीए सभी सीटों पर जीत हासिल करेगा, बल्कि 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में बीजेपी की सरकार भी बनेगी. उन्होंने कहा कि 2014 में बिहार की जनता ने प्रधानमंत्री मोदी को 31 सीटें दीं और 2019 में यह संख्या बढ़कर 39 सीटें हो गईं. उन्होंने लोगों से 2024 में भाजपा को 40 में से 40 सीटों और 2025 में बिहार में बीजेपी को आशीर्वाद देने की अपील की.
अमित शाह ने लोगों से सवाल किया कि क्या उन्हें 2जी घोटाले में शामिल "इंडिया"गठबंधन पसंद है या नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार, जो 5जी लाना चाहती है. उन्होंने नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि लालू यादव उन्हें नहीं बख्शेंगे और उनसे अपने राजनीतिक भविष्य के बारे में सोचने की सलाह दी.
नीतीश-लालू पर साधा निशाना
गृह मंत्री ने अपने संबोधन में कहा, “मित्रों आपने जब-जब बीजेपी को आशिर्वाद दिया तब-तब पलटूराम पलटी मार गए. अब 2024 और 2025 में बीजेपी को विजयी बनाएं और अपना आशिर्वाद दें.” उन्होंने आरोप लगाया कि नीतीश ने जनाद्रोह किया है.
रैली को संबोधित करते हुए अमित शाह ने नीतीश कुमार और लालू यादव को निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि बिहार में जातीय सर्वे कराकर बांटने का काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि मैंने जातीय सर्वे का समर्थन किया, लेकिन मुझें पता नहीं था कि नीतीश कुमार और लालू यादव के साथ मिलकर मुस्लिम और यादव की संख्या बढ़ाने का काम करेंगे. उन्होंने पिछड़ा और अतिपिछड़ा को ठगने का काम किया.प्रधानमंत्री नहीं बन पाएंगे नीतीशअमित शाह ने एनडीए गठबंधन के साथ बने रहने और राजनीतिक बदलावों से बचने के महत्व पर भी जोर दिया. उन्होंने कहा कि चुनाव के बाद ये गठबंधन टूट जाते हैं. शाह ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए उन पर देशद्रोह का आरोप लगाया और देश से आतंकवाद को खत्म करने के लिए मोदी सरकार की कोशिशों की सराहना की. उन्होंने विशेष रूप से कहा कि राजद और जदयू अनुच्छेद 370 को हटाने के खिलाफ थे, लेकिन उनके पूर्वानुमानों के उलट, इसके निरस्त होने के बाद कश्मीर में कोई हिंसक घटनाएं नहीं हुईं.
 अमित शाह ने इंडिया एलाइंस को लेकर कहा कि एक को (नीतीश कुमार) प्रधानमंत्री बनना है और एक को अपने बेटे (तेजस्वी यादन) को सीएम बनाना है, लेकिन कोई सपना पूरा नहीं होने वाला है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार प्रधानमंत्री तो दूर, इंडिया ने उन्हें संयोजक तक नहीं बनाया. लालू और नीतीश को लेकर कहा कि तेल और पानी कभी एक नहीं हो सकता है. उन्होंने बिहार में जातिवाद, परिवारवाद और अपराध को बढ़ावा देने का आरोप लगाया.


अमित शाह का बिहार में महागठबंधन सरकार बनने के बाद छठा दौरा रहा. कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, अश्विनी चौबे, नित्यानंद राय, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी सहित कई वरिष्ठ नेताओं ने केंद्रीय गृह मंत्री का स्वागत किया.


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