झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने 45 विधायकों का बहुमत दिखा किया मंत्रिमंडल विस्तार
रांची।झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने 45 विधायकों का बहुमत दिखा किया मंत्रिमंडल विस्तार ।11 मंत्रियों में तीन नये चेहरे, विभाग बंटे,पूर्व सीएम चम्पई सोरेन भी मंत्री बने।इस बार हेमंत सोरेन ने कई मंत्रियों के विभाग में फेरबदल किया हैं, वहीं पहली बार मंत्री बनने वाले इरफान अंसारी और दीपिका पांडेय सिंह को भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई हैं।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गृह, पथ निर्माण, भवन निर्माण और कैबिनेट सचिवालय को अपने पास रखा है। इसके अलावा वैसे सारे विभाग जो अन्य मंत्रियों को आवंटित नहीं हैं, वो सारे विभाग भी सीएम के पास रहेंगे। इसे लेकर सीएम हेमंत सोरेन की अनुशंसा पर राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने सहमति प्रदान कर दी। जिसके बाद कैबिनेट सचिवालय विभाग की ओर से सोमवार देर शाम अधिसूचना जारी कर दी गई।
पूर्व सीएम चंपाई सोरेन को जल संसाधन के साथ उच्च और तकनीकी शिक्षा विभाग का मंत्री बनाया गया है। चंपाई सोरेन इससे पहले हेमंत सोरेन सरकार में आदिवासी कल्याण विभाग और परिवहन विभाग की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। 
कांग्रेस कोटे से तीसरी बार मंत्री बने डॉ. रामेश्वर उरांव को वित्त विभाग, योजना एवं विकास विभाग, वाणिज्य कर विभाग और संसदीय कार्य विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है। रामेश्वर उरांव के पास पहले भी वित्त विभाग का प्रभार था। वहीं आलमगीर आलम के पास संसदीय कार्य विभाग का प्रभार था, लेकिन इस बार आलमगीर आलम की अनुपस्थिति में उन्हें संसदीय कार्य विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है।आरजेडी कोटे से लगातार तीसरी बार मंत्री बने सत्यानंद भोक्ता को इस बार अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंपी गई है। इससे पहले सत्यानंद भोक्ता के पास सिर्फ श्रम नियोजन, प्रशिक्षण और कौशल विकास विभाग का प्रभार था, लेकिन इस बार उन्हें उद्योग विभाग की भी जिम्मेदारी सौंपी गई हैं।
जेएमएम कोटे से मंत्री बने लातेहार विधायक बैद्यनाथ राम को स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग के साथ उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है। बैद्यनाथ राम इससे हेमंत सोरेन-1 और चंपाई सोरेन सरकार में मंत्री नहीं थे। इस कार्यकाल में उन्हें पहली बार मंत्री बनाया गया है। हालांकि इससे पहले बैद्यनाथ राम बीजेपी सरकार में मंत्री रह चुके हैं।
जेएमएम कोटे से दूसरी बार मंत्री बने दीपक बिरुवा को अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के साथ परिवहन विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
कांग्रेस कोटे से फिर मंत्री बने बन्ना गुप्ता को इस बार स्वास्थ्य विभाग के साथ खाद्य आपूर्ति विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इससे पहले बन्ना गुप्ता के पास सिर्फ स्वास्थ्य विभाग का प्रभार था। लेकिन इस बार डॉ. रामेश्वर उरांव की जगह खाद्य आपूर्ति विभाग की जिम्मेदारी बन्ना गुप्ता को सौंपी गई है।
कांग्रेस कोटे से पहली बार मंत्री इरफान अंसारी को ग्रामीण विकास विभाग, ग्रामीण कार्य और पंचायती राज विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है। पहले यह विभाग आलमगीर आलम के पास था। लेकिन ईडी की ओर से उनकी गिरफ्तारी के बाद आलमगीर की जगह इरफान अंसारी को मंत्री बनाय गया है।
मंत्री मिथिलेश ठाकुर को पेयजल और स्वच्छता विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है। पहले ही भी पेयजल विभाग की जिम्मेदारी मिथिलेश ठाकुर के पास थी।
जेएमएम कोटे से मंत्री बने हफीजुल हसन अंसारी को फिर से अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके अलावा उन्हें निबंधन, पर्यटन, कला संस्कृति, खेलकूद और युवा कार्य विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इस बार उन्हें नगर विकास और आवास विभाग का भी जिम्मा दिया गया है।
जेएमएम कोटे से मंत्री बनीं बेबी देवी को महिला, बाल विकास और सामाजिक सुरक्षा विभाग की जिम्मेदारी दी गई है। इससे पहले भी बेबी देवी को इसी विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
कांग्रेस कोटे से सरकार में पहली बार मंत्री बनीं दीपिका पांडेय सिंह को कृषि, पशुपालन और सहकारिता विभाग की जिम्मेदारी दी गई है। इसके अलावा उन्हें आपदा प्रबंधन विभाग की जिम्मेदारी दी गई है। पिछली सरकार में कृषि विभाग का जिम्मा बादल पत्रलेख के पास था, जबकि आपदा प्रबंधन विभाग की जिम्मेदारी बन्ना गुप्ता संभाल रहे थे।


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