प्रयागराज में आज से 45 दिनों के महाकुंभ का शंखनाद
उत्तरप्रदेश के प्रयागराज त्रिवेणी संगम पर आज 13 जनवरी को महाकुंभ का श॔खनाद होगा। 12 साल में लगने वाला महाकुंभ का उत्सव दुनिया भर से करोड़ों भक्तों को आकर्षित कर रहा है।
 श्रद्धालुओं द्वारा गंगा में  आस्था की डुबकी लगाने का    11 फरवरी से ही शुरुआत हो गयी। दो दिनों में 25 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने डुबकी लगा ली है।               
45 दिनों के महाकुंभ का 26 फरवरी को समापन होगा।  45 दिनों के के अब तक के इस सबसे बडा मेला में देश-दुनिया के 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आस्था का सैलाब देखने को मिलने का अनुमान है।   इस महामेला का समापन 26 फरवरी 2025 को महाशिवरात्रि के दिन होगा। पहला शाही स्नान 14 जनवरी को होगा। इस बार के कुंभ में तीन शाही स्नान होंगे और इसके अतिरिक्त तीन ऐसी तिथियां होंगी जिन पर स्नान करना भी काफी शुभ माना जाएगा। स्नान और शाही स्नान की तिथियां
13 जनवरी (सोमवार)- स्नान, पौष पूर्णिमा
14 जनवरी (मंगलवार)- शाही स्नान, मकर सक्रांति
29 जनवरी (बुधवार)- शाही स्नान, मौनी अमावस्या
3 फरवरी (सोमवार)- शाही स्नान, बसंत पंचमी
12 फरवरी (बुधवार)- स्नान, माघी पूर्णिमा
26 फरवरी (बुधवार)- स्नान, महाशिवरात्रि   
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि 13 जनवरी से 26 फरवरी तक आयोजित होने वाला महाकुंभ भारत की प्राचीन सांस्कृतिक और धार्मिक परंपराओं को वैश्विक स्तर पर प्रमुखता प्रदान करेगा.       
मालूम हो कि  कुंभ का आयोजन हरिद्वार, उज्जैन, प्रयागराज और नासिक में होता है।

कुंभ मेले तीन प्रकार के होते हैं- महाकुंभ, पूर्णकुंभ और अर्धकुंभ।

महाकुंभ को केवल प्रयागराज में ही आयोजित  किया जाता है।प्रयागराज में गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती का पवित्र संगम होने के कारण इसका अलग धार्मिक महत्व है।

वहीं कुंभ का आयोजन हर 12 साल में चार बार क्रमिक रूप से हरिद्वार, उज्जैन, नासिक और प्रयागराज में होता है।

Top