पसमांदा समाज को सशक्त बनाने की दिशा में मोदी सरकार का बड़ा कदम - सम्राट चौधरी
"*बिहार पसमांदा फाउंडेशन के कार्यक्रम में गूंजा मोदी सरकार का नाम, मुस्लिम महिलाओं की रही बड़ी भागीदारी*"

"*वक्फ बिल पर जागा पसमांदा समाज, पटना में जुटे सैकड़ों लोग, महिलाओं की रही अहम भागीदारी*"


"*दानिश इकबाल के नेतृत्व में पसमांदा समाज की ऐतिहासिक सभा, भाजपा नेताओं की रही भव्य मौजूदगी*"

"*वक्फ कानून में सुधार पर बिहार भाजपा का बड़ा आयोजन, सम्राट चौधरी और दिलीप जायसवाल ने किया संबोधित*"
"*पसमांदा समाज की आवाज़ बना बिहार पसमांदा फाउंडेशन – पटना में दिखा एकजुटता का जज़्बा*"
पटना, 17 अप्रैल ।
पटना में एक भव्य और ऐतिहासिक कार्यक्रम का आयोजन बिहार पसमांदा फाउंडेशन के तत्वावधान में किया गया, जिसमें बिहार के उपमुख्यमंत्री श्री सम्राट चौधरी ने विशेष रूप से शिरकत की। इस अवसर पर उन्होंने हाल ही में पारित ‘वक्फ बिल’ के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का हृदय से आभार प्रकट किया और इसे पसमांदा समाज के हित में एक ऐतिहासिक कदम बताया।

श्री सम्राट चौधरी ने अपने संबोधन में कहा कि "प्रधानमंत्री मोदी जी ने वर्षों से उपेक्षित पसमांदा समाज को न्याय और अधिकार देने का कार्य किया है। वक्फ संपत्तियों में पारदर्शिता लाने के लिए जो विधेयक लाया गया है, वह एक क्रांतिकारी पहल है, जिससे लाखों पसमांदा भाइयों और बहनों को लाभ मिलेगा।"

इस कार्यक्रम में बिहार के विभिन्न जिलों से पसमांदा समाज के लोग बड़ी संख्या में उपस्थित थे। खास तौर पर मुस्लिम महिलाओं की उल्लेखनीय भागीदारी इस बात का प्रमाण थी कि यह समाज अब अपने हक और अधिकारों के लिए जागरूक हो चुका है और प्रधानमंत्री मोदी की नीतियों में उन्हें अपना भविष्य सुरक्षित दिखाई देता है।

कार्यक्रम का सफल आयोजन बिहार पसमांदा फाउंडेशन के अध्यक्ष एवं भाजपा बिहार प्रदेश मीडिया प्रभारी श्री दानिश इकबाल द्वारा किया गया। श्री इकबाल ने कहा कि "यह कार्यक्रम सिर्फ एक औपचारिक सभा नहीं, बल्कि पसमांदा समाज के सशक्तिकरण की दिशा में एक मजबूत कदम है।"

इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के बिहार प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल तथा बिहार सरकार के मंत्री श्री जनक राम की गरिमामयी उपस्थिति ने कार्यक्रम की गरिमा को और भी बढ़ाया। नेताओं ने भी अपने संबोधन में पसमांदा समाज को प्रधानमंत्री की योजनाओं से अधिक से अधिक जुड़ने का आह्वान किया।

बिहार पसमांदा फाउंडेशन के माध्यम से यह स्पष्ट संदेश गया कि अब पसमांदा समाज को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता। यह समाज न केवल जागरूक है बल्कि संगठित होकर अपनी आवाज़ बुलंद कर रहा है — और भाजपा इस परिवर्तन का वाहक बन रही है।

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