नवादा मे ज्योतिबा राव फुले की 198 जयंती मनी

 नवादा के हड्डी रोग विशेषज्ञ एवं मूल अति पिछड़ा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ केपी सिंह के आवास में ज्योतिबा राव फुले की 198 जयंती प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी मनाई गई । इस कार्यक्रम की अध्यक्षता राष्ट्रीय डॉ केपी सिंह ने की। ज्योतिबा राव फुले की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नमन किया।
डॉ सिंह ने कहा कि ज्योतिबा राव फुले समाज सुधारक थे। वंचित ,शोषित, अति पिछङा व दलित समाज के सच्चे हितैषी थे। ज्योतिबा राव फूले ने वंचितो की शिक्षा के प्रति लम्बे समय तक संघर्ष किया । यह संघर्ष इसलिए कठिन था जब वंचित, शोषित, दलित, अति पिछङा समाज को शिक्षा लेने का कोई अधिकार नही था । समाजिक समरसता व समतामूलक समाज का निर्माणकर्ता थे ।इस कार्य मे ज्योतिबा राव की पत्नी सावित्रीबाई देश की प्रथम महिला शिक्षिका बनी। सावित्रीबाई फुले देश में शिक्षा के क्षेत्र में अलख जागने का कार्य किया । डॉक्टर के पी सिंह ने शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि अच्छे समाज व विकसित समाज की परिकल्पना शिक्षा के बिना नही किया जा सकती है । जब तक शिक्षित नहीं होगा तब तक अपना अधिकार के बारे में नहीं जानेगा । ज्योतिबा राव और सावित्रीबाई समाज के लोगों को जागरुक कर पटल पर लाने का काम किया था। आज देखने को मिल रहा है कि कमजोर वर्ग भी चाहे राजनीतिक क्षेत्र हो,शिक्षा के क्षेत्र में ,आर्थिक क्षेत्र हो अपने अधिकार के प्रति और कर्तव्य के प्रति हमेशा जागरूक और सचेत रहते हैं। अधिकार के माध्यम से अपना अधिकार लेते हैं। ज्योतिबा राव फुले से समाज के लोगों को प्रेरणा लेने की जरूरत है। उनके बताए गए मार्ग पर चलने की जरूरत है ।
इस मौके पर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कमलेश सैनी, संगठन मंत्री सह मीडिया प्रभारी मिलन सिंह चंद्रवंशी, मिथिलेश चौहान समेत कई लोग मौजूद थे।

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