भाजपा के राज्यसभा  सदस्य मनन कुमार मिश्रा सातवीं बार बीसीआई के चेयरमैन निर्वाचित

( शिवम् द्विवेदी)
पटना. सुप्रीम कोर्ट के वरीय अधिवक्ता और बिहार बार काउंसिल के निर्वाचित सदस्य मनन कुमार मिश्रा सातवीं बार बी सी आई ( बार काउंसिल आफ इंडिया ) के निर्विरोध चेयरमैन निर्वाचित
 किए गए . श्री मिश्र वर्तमान में भाजपा के राज्य सभा सदस्य भी हैं. 
शनिवार को देशभर के तकरीबन 27 लाख वकीलों का प्रतिनिधि करने वाली संस्था बीसीआई ने अपने चेयरमैन का चुनाव सम्पन्न कर लिया .
 सुप्रीम कोर्ट के वरीय अधिवक्ता सह राज्य सभा के सांसद मनन कुमार मिश्रा पुनः सातवीं बार निर्विरोध बार काउंसिल ऑफ इंडिया (बीसीआई ) के अध्यक्ष चुने गए . श्री मिश्र बिहार बार काउंसिल के सात बार सदस्य निर्वाचित किए जाने के बाद से तीसरी बार बीसीआई में बिहार के प्रतिनिधि निर्वाचित किए गए और उसके बाद उन्होंने यह उपलब्धि हासिल की है. श्री मिश्रा देश के पहले ऐसे अधिवक्ता हैं जो लगातार सात बार बीसीआई के निर्विरोध चेयरमैन निर्वाचित किए गए. इसके पहले देश के जाने माने अधिवक्ता और सुप्रीम कोर्ट के वरीय अधिवक्ता राम जेठमलानी ही केवल दो बार बीसीआई के चेयरमैन निर्वाचित किए गए हैं. यह बिहार के लिए गौरव की बात है. 
बीसीआई में चेयरमैन के पद के लिए होने वाले चुनाव में इस बार की गहमागहमी व रस्साकस्सी से ऐसा लग रहा था कि मुकाबला कड़ा होने जा रहा है, क्योंकि श्री मिश्रा के भाजपा से राज्य सभा सांसद बनने से कुछ विरोधी राजनैतिक दल भी चुनाव में काफी सक्रिय हो गए थे, लेकिन श्री मिश्र की लोकप्रियता, व्यवहार कुशलता और चुनावी रणनीति के आगे सभी ठंडे पड़ गए और अंततः सबों ने चुनाव मैदान में उतरने का निर्णय त्याग दिया. सभी राज्यों के अधिकांश प्रतिनिधि मतदाता श्री मिश्र के पक्ष में दिखे. बिहार राज्य से आने वाले श्री मिश्रा पिछले वर्ष, बिहार राज्य बार काउंसिल के चुनावों में लगातार सातवीं बार जीत हासिल कर लगातार तीसरी बार बिहार से बार काउंसिल ऑफ इंडिया के निर्विरोध सदस्य चुने गए थे .
पिछले वर्ष बिहार बार काउंसिल के संपन्न हुए चुनाव में श्री मिश्र सबसे ज्यादा मतों से जीत हासिल किए थे. श्री मिश्र को मिले प्रथम वरीयता मतों के आधार पर ही निर्वाचित कर दिया गया था. इस बार कुछ अटकलें लगाई जा रही थीं कि सांसद होने के बाद देश के वकीलों पर उनकी पकड़ शायद कुछ कमजोर हुई होगी, परन्तु सातवीं बार की इस जीत ने पूरे देश में पुनः उनकी लोकप्रियता पर मुहर लगा दिया है.
श्री मिश्र बुद्धिजीवियों और आम जन में भी काफी लोकप्रिय माने जाते हैं और इसी कारण उनको राज्य सभा का सदस्य चुना गया. 
  अपनी जीत के बाद एक बयान जारी कर श्री मिश्र ने पूरे देश के वकीलों का आभार व्यक्त किया और कहा है कि वकील समाज को मजबूती प्रदान करने के लिए उनके कल्याणकारी योजनाओं के साथ अधिवक्ता अधिनियम में संशोधन हेतु वे प्रयास करेंगे जिसमें कोई भी आपत्तिजनक प्रावधान ना हो तो पेशे की स्वायत्तता बरकरार रहे. उन्होंने कहा कि अधिवक्ता सुरक्षा अधिनियम भी लागू करवाने का प्रयास करेंगे.
  तमिलनाडु के श्री एस. प्रभाकरण और दिल्ली के श्री वेद प्रकाश शर्मा वाइस चेयरमैन पद के लिए चुनाव मैदान में हैं. इस पद पर रविवार को चुनाव होने वाला है. कार्यकारिणी के सदस्यों के चुनाव का जिम्मा पूरे देश के मतदाताओं ने अध्यक्ष को सौंप दिया है.
श्री मिश्र ने बताया कि आगामी 17 मई को पूरे देश के अधिवक्ता प्रतिनिधियों और राज्य बार काउंसिल के सदस्यों की दिल्ली में बैठक होने वाली है जिसमें अधिवक्ताओं की समस्याओं और उनके कल्याण एवं अधिवक्ता सुरक्षा अधिनियम आदि विषयों पर चर्चा होगी.

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