Teachers Transfer-Posting : करना होगा लंबा इंतजार
ढाई दिन चले तीन कोस की तरह बिहार के 1.90 लाख शिक्षकों के ऐच्छिक स्थानांतरण-पदस्थापन की दूसरी सूची आई। बीमारी,पारिवारिक मजबूरी और घर-परिवार से दूर होने की समस्या से जूझ रहे सभी शिक्षकों का कब तक मनचाही पोस्टिंग मिलेगी?वर्तमान तौर-तरीके में समय सीमा तय करने की अपेक्षा व्यर्थ है। बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) से चयनित 215 शिक्षकों की ट्रांसफर-पोस्टिंग की दूसरी सूची शुक्रवार को आई है।

इससे पहले, पहली सूची में भी कैंसर से जूझ रहे 35 शिक्षकों का तबादला किया गया है। ये शिक्षक पुराने वेतनमान वाले हैं । उनकी तबीयत को ध्यान में रखते हुए प्राथमिकता दी गई है।
शिक्षा विभाग ने शिक्षकों की चार केटोगरी-वेतनमान वाले शिक्षक ,बीपीएससी से चयनित अध्यापक,विशिष्ट शिक्षक और नियोजित शिक्षक बनाकर इसी क्रम से प्राथमिकता से आवेदनों पर विचार की नीति तय की है। आवेदकों की भी चार केटेगरी में चार चरणों में ट्रांसफर-पोस्टिंग करने की नीति बनी है। अभी तो प्रथम चरण में असाध्य रोग यथा कैंसर की समस्या से जूझ रहे 759 आवेदनों की ही स्कूटनी कर दो आदेश जारी हुई है। पोस्टिंग के 10 विकल्प के आलोक में पोस्टिंग की जटिल प्रक्रिया में समय लगता स्वभाविक है।
1.90 लाख शिक्षकों ने दिया आवेदन
बिहार में कुल 1 लाख 90 हजार शिक्षक तबादले के लिए आनलाईन आवेदन पिछले वर्ष 1 दिसम्बर से 15 दिसम्बर तक कर चुके हैं। इन सभी आवेदनों की स्क्रूटिनी चरणवार होनी है। सॉफ्टवेयर के माध्यम से शिक्षकों का नाम की जगह कोड के आधार पर डीईओ से विद्यालय आवंटित किए जा रहे हैं। 
 शिक्षा विभाग के सचिव की अध्यक्षता में विभागीय स्थापना समिति की 25 फरवरी को हुंई बैठक में शिक्षकों के ट्रांसफर पर फैसला लिया गया है। इस बैठक में शिक्षा विभाग के सचिव बैद्यनाथ यादव, प्राथमिक शिक्षा के निदेशक पंकज कुमार, माध्यमिक शिक्षा के निदेशक योगेन्द्र सिंह, प्राथमिक शिक्षा के उप निदेशक संजय कुमार चौधरी और माध्यमिक शिक्षा के उप निदेशक अब्दुस सलाम अंसारी मौजूद थे।
जानकारी के अनुसार राज्य के सरकारी स्कूलों के कुल 5,45,270 शिक्षक हैं । इनमें से 35 प्रतिशत यानी 1,90,332 शिक्षकों ने ट्रांसफर के लिए आवेदन दिया है। ऐसे शिक्षकों के आवेदन की संख्या 1,62,167 हैं, जो अपने गांव के नजदीक विद्यालय में पोस्टिंग चाहते हैं. 19,674 आवेदन साक्षमता पास शिक्षकों के भी हैं. 27,000 के करीब नियोजित शिक्षक भी हैं जो बीपीएससी से शिक्षक नियुक्त किए गए अध्यापक और सरकारीकर्मी बनने की लालसा पाले इन शिक्षकों का मूल  विद्यालय से दूर होने की परेशानी ज्यादा है। वही  विशिष्ट शिक्षक को मूल विद्यालय में योगदान के साथ वेतन संरक्षण  मिलने जा रहा है।
पहले के स्कूल में आना चाह रहे हैं. वहीं अंतर जिला वाले ट्रांसफर के आवेदनों की संख्या 63,644 है। जानकार मानते हैं हेडमास्टर और हेड टीचर्स की पोस्टिंग कर दिए जाने पर मनचाही  पोस्टिंग के ज्यादा जगह सुलभ हो जाते।

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