मुख्यमंत्री ने  विकासात्मक योजनाओं की समीक्षात्मक बैठक की
संख्या
• समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने की कई महत्वपूर्ण घोषणायें

पटना, 19 फरवरी 2025 मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने आज प्रगति यात्रा के क्रम में रोहतास जिले में चल रही विकासात्मक योजनाओं के संबंध में सासाराम स्थित समाहरणालय सभागार में समीक्षात्मक बैठक की।

समीक्षात्मक बैठक में रोहतास के जिलाधिकारी श्रीमती उदिता सिंह ने जिले में चल रही विकास कार्यों की प्रगति एवं अद्यतन स्थिति का प्रस्तुतीकरण के माध्यम से विस्तृत जानकारी दी। जिलाधिकारी ने बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना, कुशल युवा कार्यक्रम, हर घर नल का जल एवं उनका अनुरक्षण, हर घर तक पक्की गली नाली, मुख्यमंत्री ग्रामीण सोलर स्ट्रीट लाइट योजना, हर खेत तक सिंचाई का पानी, कृषि फीडर का निर्माण, मुख्यमंत्री कृषि विद्युत कनेक्शन योजना, मुख्यमंत्री उद्यमी योजना, उच्चतर शिक्षा हेतु महिलाओं को प्रोत्साहन, स्वास्थ्य उपकेंद्र में टेलीमेडिसीन के माध्यम से चिकित्सा परामर्श, पशु चिकित्सा सेवाओं की डोर स्टेप डिलीवरी एवं पंचायत सरकार भवन के निर्माण की अद्यतन स्थिति के संबंध में मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी दी। इसके अलावा हर पंचायत में 10+2 विद्यालय, ग्राम पंचायत/नगर पंचायत में खेल-कूद को बढ़ावा देने हेतु स्पोर्ट्स क्लब का गठन, प्रत्येक पंचायत में खेल का मैदान, मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना (अवशेष), मुख्यमंत्री ग्रामीण सेतु योजना, शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में स्वयं सहायता समूहों का गठन, राजस्व प्रशासन में पारदर्शिता, दाखिल खारिज / परिमार्जन /परिमार्जन प्लस एवं जल-जीवन-हरियाली के तहत जीर्णोद्धार कराए गए सार्वजनिक कुओं, पोखर तथा तालाबों की अद्यतन स्थिति के संबंध में जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी दी। समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री के समक्ष औरंगाबाद जिले के जनप्रतिनिधियों ने अपने-अपने क्षेत्र की समस्याएं भी रखीं।

समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं आप सभी का इस बैठक में अभिनंदन एवं स्वागत करता हूं। रोहतास की जिलाधिकारी श्रीमती उदिता सिंह ने जिले में चल रहे विकास कार्यों की प्रगति के संबंध में एक-एक बात की जानकारी दी है, इसके लिये मैं उन्हें धन्यवाद देता हूं। यहां उपस्थित कुल 14 जनप्रतिनिधियों ने भी अपनी-अपनी बातें रखी हैं, जिसे अधिकारियो ने नोट किया है। उनकी हर जरूरी मांगों पर अमल किया जाएगा। प्रगति यात्रा शुरू होने से पहले ही अधिकारियों ने बैठक कर हर जिलें की जरूरतों एवं समस्याओं से अवगत हो चुके थे। उस दिशा में आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चत की गई है। प्रगति यात्रा में जिलों में जो घोषणाएं की जा रही है उन्हें कैबिनेट से स्वीकृति भी दी जा रही है। हम प्रारंभ से ही बिहार के हर जिले में जाकर समय-समय पर विकास कार्यों को देखते रहे हैं। आज भी हमने यहां जाकर कई जगहों पर विकास कार्यों को देखा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 24 नवंबर, 2005 से हमलोगों ने बिहार के विकास के लिए काम करना शुरू किया, तब से निरंतर हमलोग बिहार को आगे बढ़ाने में लगे हैं। श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी के सरकार में हम मंत्री थे, उन्होंने ही हमें मुख्यमंत्री बनवाया। भाजपा के

साथ हमारा पुराना रिश्ता है, यह आगे भी कायम रहेगा। वर्ष 2005 से पहले बिहार की क्या स्थिति थी, आप सभी इससे अवगत हैं। शाम के बाद लोग अपने घरों से बाहर निकलने में डरते थे। हिन्दू-मुस्लिम के बीच प्रायः झगड़े होते थे, जिसे हमने खत्म कराया। अब लोग अपनी आवश्यकता अनुसार जब जहां चाहें कहीं भी आ-जा रहे हैं। अस्पतालों में इलाज का इंतजाम नहीं था, सड़कें जर्जर थीं। शिक्षा की हालत ठीक नहीं थी। अस्पतालों में मरीजों को दवा नहीं मिलती थी। बिजली आपूर्ति की स्थिति दयनीय थी। देहाती इलाकों की बात तो छोड़ दीजिए, राजधानी पटना में भी प्रतिदिन अधिकतम 8 घंटे ही बिजली की आपूर्ति हो पाती थी। जब बिहार के लोगों ने हमलोगों को काम करने का मौका दिया, तब से बिहार की स्थिति बदली है। हर क्षेत्र में विकास के काम किए जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2008 से हमलोगों ने कब्रिस्तानों की घेराबंदी का काम शुरू कराया। अब तक 8 हजार से अधिक कब्रिस्तानों की घेराबंदी करा दी गई है, 1273 और कब्रिस्तानों को चिह्नित किया गया है, जिसमें से 746 कब्रिस्तानों की घेराबंदी करा दी गई है और शेष बचे कब्रिस्तानों की घेराबंदी कराई जा रही है। हमलोगों ने देखा कि मंदिरों से मूर्ति चोरी की घटनाएं हो रही हैं, इसे देखते हुए 60 वर्ष से अधिक पुराने मंदिरों की चहारदीवारी के निर्माण का निर्णय लिया गया ताकि मंदिरों में चोरी की घटनाएं न हो। हमलोगों ने कोई काम नहीं छोड़ा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में हमलोगों ने काफी सुधार किया है। बड़ी संख्या में नए स्कूल खोले गये हैं। नियोजित शिक्षकों को बड़े पैमाने पर बहाली की गई है। वर्ष 2006 से सरकारी विद्यालयों में पढ़नेवाले बच्चों के लिए पोशाक योजना की शुरुआत की गई। वर्ष 2009 से लड़कियों के लिए साइकिल योजना शुरू की गई थी लेकिन जब लड़कों ने मांग शुरू की तो वर्ष 2010 से उनके लिए भी साइकिल योजना शुरू की गई। लड़कियों को जब साइकिल दी गई तो वे समय पर स्कूल जाने लगीं। साथ ही लड़कियां शाम में अपने माता-पिता को बाजार भी ले जाती हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे बिहार में विकास का काम हमलोग करा रहे हैं। बिहार का कोई भी इलाका विकास से अछूता नहीं है। हमलोगों ने शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, पुल-पुलिया के निर्माण का काम बड़े पैमाने पर कराया है, जिसके कारण बिहार के किसी भी कोने से पहले 8 घंटे में लोग पटना पहुंचते थे, अब उसे घटाकर 5 घंटे किया गया है। इसके लिए हर प्रकार से काम किया जा रहा है। बड़ी संख्या में सरकारी शिक्षकों की बहाली की जा रही है। इसके साथ ही नियोजित शिक्षकों को परीक्षा के माध्यम से सरकारी मान्यता प्रदान की जा रही है। हमलोगों ने मदरसों को भी सरकारी मान्यता प्रदान की है और वहां पढ़ानेवाले शिक्षकों को सरकारी शिक्षक के अनुरूप वेतन दिया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी काफी सुधार किया गया है। वर्ष 2005 से पहले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एक माह में सिर्फ 39 मरीज इलाज कराने आते थे। हमलोगों ने सरकारी अस्पतालों में मुफ्त दवा एवं इलाज की सुविधा उपलब्ध कराई, जिसके कारण अब एक माह में औसतन 11 हजार से अधिक मरीज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज कराने पहुंच रहे हैं। पहले बिहार में सिर्फ 6 सरकारी मेडिकल कॉलेज थे, अब उनकी संख्या बढ़कर 12 हो गई है। बिहार का सबसे पुराना अस्पताल पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (पी०एम०सी०एच०) को 5400 बेड की क्षमता का बनाया जा रहा है। इतने अधिक क्षमता का मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल दुनिया में कहीं नहीं है। बाकी 5 पुराने मेडिकल कॉलेज एवं अस्पतालों का भी विस्तार कर 2500 बेड की क्षमता का अस्पताल बनाया जा रहा है। आई०जी०आई०एम०एस०, पटना का भी विस्तार कर उसे 3000 बेड की क्षमता का अस्पताल बनाया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोगों ने वर्ष 2015 से सात निश्चय योजना के माध्यम से हर घर तक नल का जल, हर घर में शौचालय का निर्माण, हर घर तक पक्की गली नाली का निर्माण, हर टोले तक पक्की सड़क का निर्माण, हर घर तक बिजली का कनेक्शन जैसी मूलभूत सुविधाएं लोगों तक पहुंचा दी है। जो भी नई बसावटें बनी हैं, उनमें भी ये सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। वर्ष 2020 से सात निश्चय योजना-2 के तहत मुख्यमंत्री ग्रामीण सोलर स्ट्रीट लाइट योजना, टेलीमेडिसीन, बाल हृदय योजना, हर खेत तक सिंचाई का पानी पहुंचाने का काम तेजी से आगे बढ़ रहा है। हमलोगों ने महिलाओं के उत्थान के लिए काफी काम किया है। पहले बिहार में स्वयं सहायता समूह की संख्या काफी कम थी। जब हमलोगों की सरकार बिहार में बनी तो हमलोगों ने विश्व बैंक से कर्ज लेकर स्वयं सहायता समूह की संख्या बढ़ानी शुरू की। हमने ही स्वयं सहायता समूह का नाम जीविका दिया और इससे जुड़ी महिलाओं को जीविका दीदी कहा। यहां के काम से प्रेरित होकर उस समय की केंद्र सरकार ने भी इसे अपनाया और इसका नाम आजीविका दिया। अब बिहार में जीविका दीदियों की संख्या बढ़कर 1 करोड़ 35 लाख हो गई है। हमलोगों ने अब बिहार के शहरी क्षेत्रों में भी स्वयं सहायता समूह का गठन शुरू कराया है। अब तक शहरी इलाकों में 34 हजार स्वयं सहायता समूह का गठन हो चुका है, जिससे 3 लाख 60 हजार जीविका दीदिवां जुड़ चुकी हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2008 से पंचायती राज संस्थाओं तथा वर्ष 2007 से नगर निकायों में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया गया। इसके बाद अब तक कुल 4 चुनाव संपन्न हो चुके हैं। बड़ी संख्या में महिलाएं चुनकर आई हैं। हमलोग वर्ष 2013 से पुलिस की बहाली में महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षक्षण दे रहे हैं, जिसका नतीजा है कि बिहार पुलिस बल में महिलाओं की संख्या देश में सबसे अधिक है। बिहार पुलिस में जितनी महिलाएं हैं, देश के किसी भी अन्य दूसरे राज्य के पुलिस बल में उतनी नहीं है। वर्ष 2018 से हमलोगों ने सभी सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण दिया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2020 में सात निश्चय योजना-2 के तहत 10 लाख लोगों को सरकारी नौकरी देने का लक्ष्य निर्धारित किया था, जिसे बढ़ाकर अब 12 लाख किया गया है। अब तक 9 लाख से ज्यादा लोगों को सरकारी नौकरी दे दी गई है। इसके अलावा 10 लाख लोगों को रोजगार देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। अब तक 24 लाख लोगों को रोजगार मुहैया कराया जा चुका है। वर्ष 2025 में निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप 12 लाख लोगों को सरकारी नौकरी तथा 34 लाख लोगों को रोजगार मुहैया करा दिया जाएगा। हमलोगों ने सभी वर्गों के उत्थान के लिए काम किया है। हमने सभी पार्टियों के साथ बैठक कर बिहार में जाति आधारित गणना कराई गई, जिसमें 94 लाख गरीब परिवारों को चिह्नित किया गया है, जो हर जाति से जुड़े हैं। ऐसे गरीब परिवारों को लघु उद्यमी योजना अंतर्गत प्रति परिवार 2 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जा रही है ताकि वे अपना जीविकोपार्जन शुरू कर सकें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि रोहतास जिले में सभी क्षेत्र में विकास के काम कराए गए हैं। यहां इंजीनियरिंग कॉलेज, पारा मेडिकल संस्थान और छात्रावासों का निर्माण कराया गया है। साथ ही राजकीय पॉलिटेक्निक संस्थान, सभी जिलों में महिला आई०टी०आई०, सभी अनुमंडलों में आई०टी०आई०, जी०एन०एम० संस्थान एवं अनेक सड़क तथा पुल-पुलियों का निर्माण कराया गया है। आवासीय विद्यालय, छात्रावास का भी निर्माण कराया गया है। यहां सदर अस्पताल में 200 बेड के नए अस्पताल का निर्माण कराया गया है। सासाराम शहर को जाम से निजात दिलाने के लिए बेदा से मोकर तक बाइपास का निर्माण कराया गया है। सिंचाई सुविधाओं को विकसित करने हेतु दुर्गावती जलाशय योजना का नए सिरे से निर्माण कार्य पूर्ण कराया गया है। यहां मलई बराज का भी निर्माण कराया गया है। पर्यटकीय सुविधाओं हेतु अनेक कार्य किए गए हैं। वर्ष 2011 में हम रोहतास किला को देखने गए थे। उसे विकसित कर पर्यटकीय सुविधाएं उपलब्ध कराने हेतु कार्य कराया गया, जिसका परिणाम है कि अब बड़ी संख्या में लोग वहां घूमने आते हैं। रोहतास जिले में 67 पंचायत सरकार भवन का निर्माण कराया जा चुका है, जिन ग्राम पंचायतों में पंचायत सरकार भवन का निर्माण

कार्य शेष है वहां जून 2025 तक निर्माण कार्य पूर्ण करा दिया जाएगा। रोहतास जिले में 8 विद्युत ग्रिड सब स्टेशन, 50 पावर सब स्टेशन, कृषि कार्य हेतु 53 डेडीकेटेड कृषि फीडर स्थापित हो चुका है, जिसके माध्यम से 3832 किसानों को पटवन हेतु बिजली का कनेक्शन उपलब्ध कराया गया है। रोहतास जिले में अब तक 25150 स्वयं सहायता समूहों का गठन किया जा चुका है, जिनसे 3 लाख 5 हजार जीविका दीदियां जुड़ी हैं। यहां 8 जीविका दीदी की रसोई भी संचालित है।

रोहतास जिले में लोगों की मांगों के संबंध में मुख्यमंत्री की महत्वपूर्ण घोषणायें
रोहतास प्रखंड अन्तर्गत रेहल से रोहतासगढ़ किला होते हुए चौरासन मंदिर तक पथ का निर्माण किया जायेगा, इससे देशी एवं विदेशी पर्यटकों को सुविधा होगी। साथ ही लोगों के आर्थिक विकास में गति आयेगी।

संझौली प्रखंड में वाजिदपुर में कॉव नदी पर पुल का निर्माण किया जायेगा। इससे वाजितपुर, चरपुखा, छलकार एवं चवरीया गांव के लोगों को सुविधा होगी तथा इनका अनुमंडल मुख्यालय से दूरी लगभग 71 कि०मी० कम हो जायेगी। वर्तमान में इनको प्रखंड मुख्यालय जाने के लिए नाव का उपयोग करना पड़ता है।

कुदरा-चेनारी-मल्हीपुर पथ का चौड़ीकरण किया जायेगा, इससे ट्रैफिक जाम की समस्या से मुक्ति मिलेगी।

करगहर-बड़हरी-धर्मपुरा पथ का जीर्णोद्धार एवं चौड़ीकरण किया जायेगा। सड़क काफी जर्जर है। इस पथ के जीर्णोद्धार एवं चौड़ीकरण कार्य से बड़ी आबादी को सुगम आवागमन की सुविधा प्राप्त होगी।

बरांव-जहानाबाद पथ का जीर्णोद्धार एवं चौड़ीकरण किया जायेगा। सड़क काफी जर्जर है। इस पथ के जीर्णोद्धार एवं चौड़ीकरण कार्य से बड़ी आबादी को सुगम आवागमन की सुविधा प्राप्त होगी।

इन्द्रपुरी जलाशय के पास पर्यटन हाट का निर्माण किया जायेगा, इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।

डेहरी में औद्योगिक क्षेत्र का विकास किया जायेगा, इससे उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा तथा लोगों को रोजगार मिलेगा।

कोचस में पुराने बस स्टैंड की जगह नये बड़े बस स्टैंड का निर्माण किया जायेगा। पुराना बस स्टैंड में जगह की कमी है जिसके कारण पर्याप्त नागरिक सुविधा उपलब्ध नहीं है। नये बस स्टैंड का निर्माण आवश्यक है।

पुरानी जी०टी० रोड से बबुरा मेन कैनाल पथ का जीर्णोद्धार एवं चौड़ीकरण किया जायेगा, इससे लोगों को आवागमन में सुविधा होगी एवं जाम की समस्या से निजात मिलेगी।

नोखा नासरीगंज पथ में सोन नहर पर उच्च स्तरीय आर०सी०सी० पुल का निर्माण किया जायेगा। इससे लोगों को आवागमन में सुविधा होगी एवं जाम की समस्या से निजात मिलेगी।

डिहरी-अकोढ़ीगोला-तेतराढ़-राजपुर पथ एवं आयरकोठा-अकोढ़ीगोला अमरातलाब पथ का चौड़ीकरण एवं मजबूतीकरण किया जायेगा। साथ ही आयरकोठा-अकोढ़ीगोला-अमरातलाब पथ पर अकोढ़ीगोला बाईपास का निर्माण किया जायेगा, इससे लोगों को आवागमन में काफी सुविधा होगी एवं जाम की समस्या से निजात मिलेगी।

रोहतास जिले में करगडर, डिहरी, दाक्थ, दिनारा, नासरीगंज, नोखा, नौडड्डठ्ठा, सूर्यपुरा, शिवसागर एवं चेनारी कुल 10 प्रखंडों में नये प्रखंड-सह-अंचल कार्यालय भवन का निर्माण किया जायेगा तथा काराकाट एवं तिलौथू कुल 02 प्रखंडों में प्रखंड-सह-अंचल कार्यालय-सह आवासीय परिसर का निर्माण कराया जायेगा।

डिहरी-बिक्रमगंज-दिनारा के दिनारा बाजार भाग एवं नटवार बाजार भाग में नाला का निर्माण किया जायेगा, इससे जलजमाव की समस्या से निजात मिलेगी।

रोहतास जिले के कोचस में आरा-मोहनियाँ पथ पर बाईपास का निर्माण कराया जायेगा, इससे लोगों को आवागमन में काफी सुविधा होगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके अलावा रोहतास जिले के विकास के लिए और जो जरूरी आवश्यकताएं होंगी, उन्हें पूरा किया जाएगा। बिहार के हर क्षेत्र में विकास के कार्य किये जा रहे हैं। आगे इस काम में और तेजी लायी जाएगी।

समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी श्रीमती उदिता सिंह ने मुख्यमंत्री को पुष्प गुच्छ एवं प्रतीक चिन्ह भेंटकर उनका अभिनंदन किया।

समीक्षा बैठक में उप मुख्यमंत्री श्री सम्राट चौधरी, जल संसाधन सह संसदीय कार्य मंत्री श्री विजय कुमार चौधरी, भवन निर्माण मंत्री सह रोहतास जिला के प्रभारी मंत्री श्री जयंत राज, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री श्री जमा खान, श्रम संसाधन मंत्री श्री संतोष कुमार सिंह, सांसद श्री राजाराम सिंह, सांसद श्री मनोज कुमार, विधायक श्री मुरारी प्रसाद गौतम, विधायक श्री संतोष कुमार मिश्रा, विधायक श्री विजय कुमार मंडल, विधायक श्री राजेश कुमार गुप्ता, विधायक श्री अरुण सिंह, विधायक श्रीमती अनिता देवी, विधान पार्षद श्री जीवन कुमार, विधान पार्षद श्री अशोक पांडे, विधान पार्षद श्रीमती निवेदिता सिंह, जिला कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति के उपाध्यक्ष श्री सुशील चंद्रवंशी, जिला कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति के उपाध्यक्ष श्री अजय कुमार सिंह, सासाराम नगर निगम की महापौर श्रीमती काजल कुमारी, विकास आयुक्त श्री प्रत्यय अमृत, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ० एस० सिद्धार्थ, मुख्यमंत्री के सचिव श्री अनुपम कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक, मुख्यालय श्री कुंदन कृष्णन, विभिन्न विभागों के अपर मुख्य सचिव /प्रधान सचिव/सचिव, पटना प्रमंडल के आयुक्त श्री मयंक बरवड़े, शाहाबाद प्रक्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक श्री सत्य प्रकाश, जिलाधिकारी श्रीमती उदिता सिंह, पुलिस अधीक्षक श्री रौशन कुमार सहित अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे।

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