झारखंड को अलग राज्य बनाने में शामिल रहे 32 हजार आदोंलनकारियों को मिल रहा सात हजार रुपये सम्मान भत्ता
1930 के आसपास गठित आदिवासी महासभा ने जयपाल सिंह मुंडा की अगुआई में अलग झारखण्ड का सपना देखा पर वर्ष 2000 में केंद्र सरकार ने 15 नवम्बर (आदिवासी नायक बिरसा मुंडा के जन्मदिन पर) को बिहार के दक्षिणी हिस्से को विभाजित कर झारखण्ड प्रदेश का सृजन किया गया एवं झारखण्ड भारत का 28 वाँ राज्य बना ।
 बिहार पुनर्गठन अधिनियम के तहत इसे 28वां राज्य बनाया गया था।

झारखंड को अलग राज्य बनाने में शामिल रहे 32 हजार आदोंलनकारियों को सात हजार रुपये सम्मान भत्ता दिया जा रहा है. वहीं 2511 आंदोलनकारियों को साढ़े तीन हजार रुपये मिलते हैं. इसके अलावा एक हजार आंदोलनकारियों को प्रमाण पत्र दिए गए हैं. साथ ही राज्य में 20 हजार आंदोंलनकारियों के आवेदन लंबित पड़े है. दरअसल, गुरुवार को हुई विधानसभा की आश्वासन कमेटी की बैठक में आंदोलनकारियों को मिलने वाली सम्मान राशि और अन्य सुविधाएं का मामला उठाया गया
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