सुशील कुमार मोदी बोले-लालू-राबड़ी को जमानत पर वे हाथी चढें या लड्डू बाँटें, सजा होनी तय   -

- ललन सिंह ने सीबीआई को उपलब्ध कराये पुख्ता सबूत 

- ट्रायल के दौरान बताना होगा कि रेलवे में नौकरी पाने वालों ने क्यों गिफ्ट की जमीन

- लड्डू बाँटने से नहीं खत्म होते गुनाह से जुड़े कड़वे सवाल 

पटना,15 मार्च। पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि "नौकरी के बदले जमीन" घोटाले में लालू प्रसाद, राबड़ी देवी और मीसा भारती को सिर्फ जमानत मिली है, इन्हें दोषमुक्त या बरी नहीं किया गया है कि राजद के लोग फूले नहीं समा रहे हैं और लड्डू बाँट रहे हैं। 
  
      उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद  की बीमारी और दो आरोपियों के महिला होने पर नरम रुख अपनाते हुए 50 हजार के मुचलके पर जमानत दी गई है। यह  राहत कोई न्यायिक जीत नहीं, जिसका जश्न मना कर भ्रम फैलाया जा रहा है। 

 श्री मोदी ने कहा कि लालू प्रसाद चारा घोटाला में गिरफ्तारी के बाद जब पहली बार जमानत पर छूटे थे, तब हाथी पर सवार होकर लौटे थे। क्या इससे न्याय प्रक्रिया पर कोई फर्क पड़ा? वे चारा घोटाला के एक भी मामले में बरी क्यों नहीं हुए? उन्हें सजा काटनी ही पड़ी। 

     उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार और ललन सिंह ने नौकरी के बदले जमीन मामले में सीबीआई को इतने पुख्ता सबूत उपलब्ध कराये हैं कि दोषी लोगों को देर-सबेर सजा होनी तय है। 

    श्री मोदी ने कहा कि अभियोग पत्र दायर होने के साथ जब ट्रायल शुरू होगा,तब उन्हें अपने गुनाह से जुड़े कठिन सवालों का जवाब देना ही पड़ेगा। 
 
    उन्होंने कहा कि कोर्ट में लालू प्रसाद को बताना होगा कि रेलवे के चपरासी हृदयानंद चौधरी ने अपनी कीमती जमीन उनके परिवार को गिफ्ट क्यों की ? नौकरी और गिफ्ट के बीच क्या कोई संबंध नहीं था?

    श्री मोदी ने कहा कि लालू परिवार से जो सवाल अदालत में पूछे जाएँगे, वही सवाल उनसे बिहार की जनता भी पूछेगी। लड्डू बाँटने से सवाल खत्म नहीं हो जाएँगे।

Top