दिल्ली में 27 साल बाद बीजेपी का सत्ता से वनवास खत्म .अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया सब हारे..
दिल्ली में 27 साल बाद बीजेपी का सत्ता से वनवास खत्म .बीजेपी की झोली में भरी 48 सीटें,आप को मिली 22सीटेंअरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया सब हारे..
अन्ना हजारे के भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन की उयज अरविंद केजरीवाल जब दिल्ली की सत्ता में आए तो एक नई तरह की साफ-सुथरी, ईमानदार और वैकल्पिक राजनीति का वादा किया था। लेकिन कभी जिस दिल्ली के एक मुख्यमंत्री मदन लाल खुराना ने जैन हवाला कांड में अपना नाम लिए जाने पर ही पद से इस्तीफा दे दिया था, उसी दिल्ली में अरविंद केजरीवाल आरोप तो छोड़िए, जेल में जाने के बाद भी इस्तीफा नहीं दिया। लालू प्रसाद यादव से लेकर हेमंत सोरेन तक तमाम मुख्यमंत्रियों ने जेल जाने की नौबत आने पर नैतिकता के आधार पर पद से इस्तीफा दिया था। ईमानदारी की राजनीति की बात करने वाले केजरीवाल ने तो जेल से सरकार चलाने की ऐसी जिद दिखाई जो भारत की राजनीति में कभी नहीं हुआ। जेल से बाहर आने के बाद उन्होंने इस्तीफा जरूर दिया लेकिन शायद तबतक बहुत देर हो चुकी थी। सुप्रीम कोर्ट से मिली जमानत के बाद इस्तीफा की नौबत पर अतिशी को सीएम बनाया था। अगर जेल जाते ही इस्तीफा दिए होते तो छवि और साख बचती।
Top