बिहार में 43 वर्षों बाद तीसरी बार 20-21 जनवरी को हो रहा   अखिल भारतीय  पीठासीन पदाधिकारी सम्मेलन
पटना,13 जनवरी। बिहार में तीसरी बार पीठासीन अखिल भारतीय अधिकारियों का सम्मेलन  होने जा रहा है। 20 -21जनवरी होने वाले 85वें  सम्मेलन का विषय तय किया गया है-
संविधान की 75 वीं वर्षगांठ : संवैधानिक मूल्यों को सशक्त बनाये रखने में संसद एवं राज्य विधान मंडलों का योगदान।
बिहार विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव ने सोमवार को परिषद सभापति अवधेश नारायण सिंह और विथानसभा उपाध्यक्ष नरेन्द्र नारायण यादव के साथ संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में सम्मेलन की तैयारी की जानकारी दी।
विधानसभा के वाचनालय में पत्रकारों से बातचीत में कहा स्पीकर नंद किशोर यादव ने कहाशकि इसके पहले 1964  में लक्ष्मी नारायण  सुधांशु  और 1982 में राधानंदन झा के अध्यक्ष-काल में सम्मेलन बिहार में हो चुका है । 
85 वां सम्मेलन में  सम्मेलन में 264 अतिथि होंगे शामिल , इनमें 54 पीठासीन अधिकारी होंगे । दिल्ली उर गोवा का प्रतिनिधित्व नही होगा।
 लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिडला सहित 60औरऔर राज्यसभा के उप सभापति हरिवंश सहित 07 अधिकारी होंगे शामिल। 

विधानमंडल भवन और मुख्य सचिवालय के बीच में बने सेंट्रल हाल में 20 जनवरी को सम्मेलन का उद्घाटन सीएम नीतीश कुमार और 21 जनवरी को समापन राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान करेंगे। सम्मेलन का विमर्अश सत्खिर विधानसभा वेश्लम में होगा। भारतीय पीठासीन अधिकारियों का पहला सम्मेलन 1921 में शिमला में हुआ था। पिछले वर्ष 84वां सम्मेलन मुम्बई में हुआ था।

Top