स्पीकर नंद किशोर यादव पर संविधान की भावना का अनदेखी का आरोप
पटना,08 जनवरी। क्या बिहार में चुनावी साल में कोई  राजनीतिक खेला होगा?विधानसभा की चार सीटों के चुनाव में अपने कब्जे की तीन सीट गंवाने वाला विपक्ष एक साल पहले दलबदल करने वाले छह विधायकों की सदस्यता समाप्त कराने में लग गया है।राजद की ओर से आज स्पीकर नंद किशोर यादव को स्मारपत्र देकर संविधान की भावना को नजरअंदाज करने का सीधा आरोप किया। इसके साथ  मोकामा विधायक नीलम देवी, सहित सूर्यगढ़ा विधायक प्रहलाद यादव, शिवहर विधायक चेतन आनंद और मोहनिया विधायक संगीता कुमारी की सदस्यता दल बदल कानून का उल्लंघन करने के कारण रद्द करने के लिए अध्यक्ष से अनुरोध किया गया है। विधानसभा में  राजद के मुख्य सचेतक अख्तरुल इस्लाम शाहीन ने इसे लेकर एक स्मारपत्र ज्ञम जारी किया। दरअसल पिछले वर्ष सीएम नीतीश कुमार ने दोस्ती तोड़कर राजद को झटका दिया था।17 महीने बाद भाजपा से पुरानी दोस्ती कायम की थी।विधान सभा में सीएम नीतीश कुमार ने जब बहुमत दिखाने की पहल की तब राजद के चार और कांग्रेस के दो विधायकों ने पाला बदल सत्तारूढ दल के साथ हो गये थे। यह राजद के विपक्ष में बैठने से बडा झटका था।राजद तत्कालीन स्पीकर अवध बिहारी चौधरी के भरोसे राजनीतिक खे के फिराक में था। सत्तारूढ दल के विधायकों में फूट डालकर नीतीश के पालाबदल का हिसाब-किताब करने की कोशिश में था।पर खेल उलटा पड गया था।हालांकि चर्चा थी कि राजग के एक दर्जन से अधिक विधायक पालाबदल तेजस्वी का साथ दे सकते हैं। 243 सदस्यीय सदन में नीतीश न सिर्फ बहुमत दिखाने में कामयाब रहे बल्कि तेजस्वी के साथ राजनीतिक खेल कर दिया। उसके बाद राजद ने अपने चार और कांग्रेस ने अपने दो विधायकों की सदस्यता समाप्त करने की अर्जी दी।यह करीब एक साल से स्पीकर के पाले में है।ज्ञापन में मांग की गई है कि महागठबंधन के जो भी विधायक दल बदल कानून का उल्लंघन किए हैं और दूसरे दल में जाकर दूसरे दल की सदस्यता ले रहे हैं या लिए हैं, उनकी सदस्यता समाप्त की जाए. राजद के अब्दुल बारी सिद्दीकी, भाई वीरेंद्र, मुख्य सचेतक अब्दुल इस्लाम शाहीन, कांग्रेस की प्रतिमा दास, माले के अजय सिंह ने अध्यक्ष को इसे लेकर ज्ञापन सौंपा है। 
विधानमंडल के बजट सत्र में न सिर्फ दलबदलू विधायकों की सदस्यता रद्द करने की मांग गूंजनी तय है। चुनाव नजदीक आते देख  पक्ष विपक्ष के एक दर्जन से अधिक विधायकों के पालाबदल करने की भी चर्चा है।
पूर्व मंत्री एवं विधान परिषद में पार्टी के मुख्य सचेतक अब्दुल बारी सिद्दीकी के अनुसार स्अपीकार नंद किशोर यादव  ने कहा है कि हमने चारों विधायकों को नोटिस भेजा है लेकिन अब तक उन लोगों की ओर से कोई जवाब नहीं आया है. सिद्दीकी ने कहा कि चारों विधायकों के दल बदल कानून का उल्लंघन करने को करीब एक साल हो गया लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। यहअध्यक्ष के अनुशासन पर ही सवाल खड़ा करता है। उन्होंने कहा कि अगर विधानसभा के अगले सत्र से पहले कार्रवाई नहीं हुई तो हम लोग सदन चलने के दौरान भी इस मुद्दे को उठाएंगे।

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