फ्लू फैल रहा, एंटीबायोटिक दवाओं के अत्यधिक उपयोग को लेकर किया आगाह

नइ दिल्ली,05 मार्च। आईएमए ने कहा कि बुखार तीन दिन में खत्म हो जाएगा, लेकिन खांसी तीन हफ्ते तक बरकरार रह सकती है. आईएमए ने कहा कि मौसमी बुखार पांच से सात दिनों तक रहेगा.

भारत में पिछले दो-तीन महीने से लगातार खांसी और किसी-किसी मामले में बुखार के साथ खांसी होने का कारण इन्फ्लुएंजा ए का उपस्वरूप एच3एन2 है. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने देश भर में खांसी, जुकाम और जी मिचलाने के बढ़ते मामलों के बीच
 एंटीबायोटिक दवाओं के अत्यधिक उपयोग को लेकर आगाह किया है. आईएमए ने कहा कि मौसमी बुखार पांच से सात दिनों तक रहेगा. आईएमए की एक स्थायी समिति ने कहा कि बुखार तीन दिन में खत्म हो जाएगा, लेकिन खांसी तीन हफ्ते तक बरकरार रह सकती है.


फ्लू के मामलों की संख्या में वृद्धि के बीच डॉक्टरों और विशेषज्ञों ने कहा है कि स्थिति खतरनाक नहीं है और तापमान में बदलाव इसके लिए जिम्मेदार है. आईएमए ने सलाह दी कि एंटीबायोटिक्स लेने के लिए जल्दबाजी न करें, क्योंकि इससे एंटीबायोटिक-प्रतिरोध हो सकता है और बुखार और फ्लू जैसे लक्षण बने रह सकते हैं.

बीमारियों पर कड़ी नजर रखे हुए है ICMR
वहीं, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के वैज्ञानिकों ने कहा कि पिछले दो-तीन महीने से व्यापक रूप से व्याप्त एच3एन2 अन्य उपस्वरूपों की तुलना में रोगी के अस्पताल में भर्ती होने का बड़ा कारण है. आईसीएमआर वायरस रिसर्च एंड डायग्नोस्टिक लेबोरेटरीज नेटवर्क के माध्यम से श्वसन वायरस के कारण होने वाली बीमारियों पर कड़ी नजर रखे हुए है. उन्होंने वायरस से लोगों को बचाने के लिए एक सूची जारी की है, जिसमें बताया गया है कि उन्हें क्या करना चाहिए और क्या नहीं.


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