तुर्किए-सीरिया में भूकंप से भारी तबाही, 2300 लोगों की मौत, भारत ने मदद के लिए बढ़ाया हाथ

तुर्किए-सीरिया में आया भूकंप 

 तुर्किए (तुर्की) में सोमवार (6 फरवरी) को आए विनाशकारी भूकंप  ने सैकड़ों लोगों की जान ले ली है. हजारों लोग घायल हो गए और सैकड़ों इमारतें जमींदोज हो गईं. पीएम मोदी (PM Modi) ने तुर्किए और सीरिया  में आए भूकंप में लोगों की मौत पर शोक व्यक्त किया. साथ ही भारत ने इस त्रासदी से निपटने में मदद के लिए हाथ भी बढ़ाया है. 

 इस सदी के सबसे शक्तिशाली भूकंप ने सोमवार सुबह तुर्किए (तुर्की) और सीरिया को दहला दिया. सोमवार को आए 7.8 की तीव्रता के विनाशकारी भूकंप में 2300 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई और 6000 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. मलबे में फंसे लोगों को बचाने के लिए राहत बचाव कार्य चल रहा है. तुर्किए (तुर्की) में 7.8, 7.6 और 6.0 तीव्रता के लगातार तीन विनाशकारी भूकंप आए हैं.

भूकंप के बाद तुर्किए (तुर्की) में 50 से अधिक आफ्टरशॉक्स आए. प्रत्यक्षदर्शियों ने दूसरा झटका तुर्किए (तुर्की) की राजधानी अंकारा और इराकी कुर्दिस्तान शहर इरबिल तक महसूस किया. यूएस जियोलॉजिकल सर्वे ने कहा कि पहला 7.8 तीव्रता का भूकंप तुर्किए (तुर्की) के शहर गजियांटेप के पास लगभग 17.9 किलोमीटर (11 मील) की गहराई पर सुबह 4:17 बजे आया.

 तुर्किए (तुर्की) के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने 7.8 तीव्रता के भूकंप को 1939 के बाद से देश की "सबसे बड़ी आपदा" बताया. उन्होंने कहा कि 1000 से ज्यादा लोग मारे गए हैं जबकि 3000 से अधिक घायल हुए हैं. भूकंप से गाजियांटेप, सान्लिउर्फा, दियारबाकिर, अदाना, अदियामन, मालट्या, उस्मानिया, हटे और किलिस प्रांत बुरी तरह प्रभावित हुए हैं.

 एर्दोगन ने कहा, "मलबे से निकाले गए लोगों की संख्या 2,470 तक पहुंच गई है. गिरी इमारतों की संख्या 2,818 है." उपराष्ट्रपति फुअत ओकटे ने कहा कि एर्दोगन भूकंप के क्षण से ही अपडेट ले रहे हैं और राहत प्रयासों की समीक्षा कर रहे हैं.

 डेनमार्क और ग्रीनलैंड के भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने कहा कि तुर्किए (तुर्की) और पड़ोसी सीरिया में सोमवार को आए शक्तिशाली भूकंप के झटके ग्रीनलैंड तक महसूस किए गए. हमने डेनमार्क और ग्रीनलैंड में भूकंप और बहुत सारे आफ्टरशॉक्स, दोनों दर्ज किए हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत विश्व के कई नेताओं ने इस भीषण भूकंप से हुई जनहानि पर शोक व्यक्त किया. पीएम मोदी ने ट्वीट किया कि तुर्किए (तुर्की) में भूकंप के कारण जान-माल के नुकसान से दुखी हूं. शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना. घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं. पीएम मोदी ने तुर्किए (तुर्की) के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन के एक ट्वीट को टैग करते हुए कहा कि भारत तुर्किए (तुर्की) के लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है और इस त्रासदी से निपटने के लिए हरसंभव सहायता देने को तैयार है. 

एक अन्य ट्वीट में पीएम मोदी ने कहा कि ये जानकर गहरा दुख हुआ कि विनाशकारी भूकंप ने सीरिया को भी प्रभावित किया है. पीड़ितों के परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना. हम सीरियाई लोगों के दुख को साझा करते हैं और इस कठिन समय में सहायता और समर्थन प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.

 प्रधानमंत्री के निर्देश के बाद पीएम के प्रधान सचिव पी के मिश्रा ने तत्काल राहत उपायों पर चर्चा करने के लिए साउथ ब्लॉक में बैठक की. पीएमओ की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक, ये निर्णय लिया गया कि राहत सामग्री के साथ एनडीआरएफ और चिकित्सा दलों को तुर्किए (तुर्की) गणराज्य की सरकार के समन्वय से तुरंत तुर्किए (तुर्की) भेजा जाएगा.

 राहत व बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ की दो टीमें, विशेष रूप से प्रशिक्षित डॉग स्क्वायड और आवश्यक उपकरण भूकंप प्रभावित क्षेत्र में भेजने के लिए तैयार किए गए. दोनों टीमों में 100 कर्मी शामिल हैं.

 इसके साथ ही प्रशिक्षित चिकित्सकों और पैरा मेडिक की टीम भी आवश्यक दवाओं के साथ रवाना की जाएगी. बयान में कहा गया कि राहत सामग्री तुर्किए (तुर्की) की सरकार, अंकारा स्थित भारतीय दूतावास व इस्तांबुल स्थित भारतीय वाणिज्य महादूतावास के समन्वय से भेजी जाएगी. 



Top